Mohabbatein: साल 2000 की बात है, जब एक ऐसी फिल्म आई जिसने भारतीय सिनेमा में एक नया आयाम स्थापित किया। यह फिल्म थी “मोहब्बतें,” जो न केवल अपने संगीत और रोमांटिक कहानी के लिए जानी जाती है, बल्कि इसके द्वारा प्रस्तुत भावनाओं और संबंधों की जटिलता भी दर्शकों के दिलों में गहराई तक बैठ गई। इस फिल्म में शाहरुख खान के किरदार ‘राज आर्यन’ ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली। लेकिन सवाल उठता है, आखिर शाहरुख खान को यह रोल कैसे मिला? और इस फिल्म की कहानी के पीछे क्या दिलचस्प किस्से छुपे हैं? आइए जानते हैं।
आदित्य चोपड़ा और शाहरुख खान की जोड़ी
“मोहब्बतें” के निर्देशक आदित्य चोपड़ा पहले ही शाहरुख खान के साथ काम कर चुके थे। 1995 में, दोनों ने “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” (DDLJ) के साथ बॉलीवुड में एक नई मिसाल कायम की थी। DDLJ के बाद आदित्य और शाहरुख के बीच की बॉन्डिंग काफी मजबूत हो गई थी। आदित्य चोपड़ा ने DDLJ में शाहरुख के ‘राज’ किरदार को अमर कर दिया, जो कि रोमांस का प्रतीक बन गया था। इसी सफलता के बाद आदित्य चोपड़ा ने “मोहब्बतें” की कहानी लिखी और इसमें एक और ‘राज’ की भूमिका के लिए शाहरुख को ही चुना।
हालांकि, यह कहना भी गलत नहीं होगा कि शाहरुख खान इस फिल्म के लिए आदित्य चोपड़ा की पहली और अंतिम पसंद थे। आदित्य को पता था कि शाहरुख का रोमांटिक हीरो के रूप में एक विशेष प्रभाव है, जो दर्शकों को अपनी ओर खींच सकता है। लेकिन “मोहब्बतें” में शाहरुख का किरदार सिर्फ एक रोमांटिक हीरो तक सीमित नहीं था, बल्कि उसमें गुरु, मार्गदर्शक और जीवन के प्रति एक अलग नजरिया रखने वाले व्यक्ति का भी पहलू था। यह भूमिका किसी ऐसे अभिनेता को चाहिए थी, जो न केवल रोमांटिक हो, बल्कि गंभीरता और गहराई से भी इसे निभा सके। शाहरुख खान इन सभी गुणों में खरे उतरते थे।
अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर
“मोहब्बतें” की एक और खास बात थी अमिताभ बच्चन का इस फिल्म में होना। अमिताभ बच्चन, जो उस समय सिनेमा के शिखर पर थे, को इस फिल्म में ‘नारायण शंकर’ के रूप में कास्ट किया गया। यह किरदार बेहद कठोर, अनुशासित और सख्त था, जो प्रेम और भावनाओं को नहीं मानता था। शाहरुख और अमिताभ का साथ काम करना किसी भी अभिनेता के लिए बड़ी बात थी, और शाहरुख खान के लिए यह किसी सपने के पूरे होने जैसा था। शाहरुख ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अमिताभ बच्चन उनके आदर्श हैं, और उनके साथ स्क्रीन शेयर करना उनके लिए गर्व की बात थी।
कहानी और शाहरुख खान का किरदार
फिल्म “मोहब्बतें” की कहानी एक प्रेमी और उसके शिक्षक के बीच संघर्ष को दर्शाती है। शाहरुख खान के किरदार ‘राज आर्यन’ का प्रेम, सच्चाई और विश्वास पर आधारित होता है, जबकि अमिताभ बच्चन का किरदार ‘नारायण शंकर’ कठोर अनुशासन और नियमों में विश्वास रखता है। ‘राज’ अपनी प्रेमिका मेघा (ऐश्वर्या राय) के लिए जीता है, जो अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसकी यादों में वह जिंदा रहती है। राज का मानना है कि प्यार अमर होता है, और वह अपने छात्रों को भी यही सिखाता है। वह चाहता है कि हर कोई अपने दिल की सुने और प्रेम के रास्ते पर चले।
शाहरुख खान के इस किरदार में एक खास बात थी कि यह न सिर्फ एक प्रेमी था, बल्कि एक गुरु भी था। राज अपने छात्रों के लिए मार्गदर्शक बनता है, जो उन्हें सिखाता है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज प्रेम है। यह किरदार शाहरुख के बाकी रोमांटिक किरदारों से थोड़ा अलग था। इसमें एक गहरी समझ, भावनात्मक परिपक्वता और जीवन के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाया गया था।
फिल्म की दिलचस्प कहानी
“मोहब्बतें” केवल एक प्रेम कहानी नहीं थी, बल्कि यह तीन अलग-अलग प्रेम कहानियों का भी संगम थी। फिल्म में तीन युवा जोड़े थे – उदय चोपड़ा, जिम्मी शेरगिल और जुगल हंसराज, जो अपने-अपने जीवन में प्रेम का अनुभव करते हैं। उनके इन रिश्तों में कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन राज आर्यन के मार्गदर्शन में वे सभी अपने-अपने प्यार को पा लेते हैं।
राज और नारायण शंकर के बीच का संघर्ष फिल्म का मुख्य आधार था। एक तरफ राज प्रेम को जीवन का सबसे बड़ा सत्य मानता है, जबकि नारायण शंकर इसे कमजोरी समझता है। राज का उद्देश्य अपने छात्रों के दिल में प्रेम का बीज बोना था, जबकि नारायण शंकर का मानना था कि प्रेम अनुशासन और सिद्धांतों को तोड़ देता है। दोनों के बीच की यह विचारधारा फिल्म को गहराई देती है।
शाहरुख और ऐश्वर्या की केमिस्ट्री
हालांकि ऐश्वर्या राय का किरदार मेघा फिल्म में बहुत कम समय के लिए था, लेकिन शाहरुख और ऐश्वर्या की केमिस्ट्री ने फिल्म में जान डाल दी। मेघा के साथ राज का प्रेम बेहद पवित्र और गहरा था। ऐश्वर्या और शाहरुख की जोड़ी ने फिल्म में दर्शकों को इमोशनल कर दिया, खासकर उन दृश्यों में जब राज मेघा की यादों में खो जाता है।
फिल्म का संगीत और शाहरुख
“मोहब्बतें” का संगीत फिल्म की जान था। फिल्म के गाने जैसे “आंखें खुली हो या हो बंद,” “हमको हमी से चुरा लो,” और “सोनिये” ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। शाहरुख खान ने इन गानों को अपने अभिनय से और भी खास बना दिया। गानों में उनकी भावनाएं, उनकी अदाकारी और उनकी एनर्जी ने दर्शकों को गहराई से छू लिया।
फिल्म की सफलता
“मोहब्बतें” को बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता मिली। शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन की जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा। फिल्म ने न केवल कमाई के मामले में बड़ी सफलता हासिल की, बल्कि शाहरुख खान के करियर में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म के बाद शाहरुख का रोमांस किंग के रूप में दर्जा और भी मजबूत हो गया।
शाहरुख खान के करियर में “मोहब्बतें” एक महत्वपूर्ण मोड़ थी। इस फिल्म ने न केवल उनके रोमांटिक हीरो की छवि को और भी पुख्ता किया, बल्कि उनके अभिनय के नए पहलुओं को भी सामने लाया। आदित्य चोपड़ा और शाहरुख खान की जोड़ी ने एक बार फिर से साबित किया कि वे एक साथ मिलकर सिनेमा के जादू को एक नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। शाहरुख का ‘राज आर्यन’ का किरदार आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है, और “मोहब्बतें” भारतीय सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में गिनी जाती है।