Himmat: Sunny Deol बॉलीवुड के उन सितारों में से एक हैं, जिन्होंने अपने दमदार अभिनय और पावरफुल एक्शन से लाखों दिलों पर राज किया है। उनकी हर फिल्म में एक खास जोश और दमखम होता है, जो उन्हें बाकी अभिनेताओं से अलग बनाता है। 1996 में रिलीज़ हुई फिल्म “हिम्मत” सनी देओल की एक और एक्शन-थ्रिलर फिल्म थी, जिसमें उनका प्रदर्शन हमेशा की तरह बेहद प्रभावशाली रहा। इस फिल्म में उनके साथ तब्बू और शिल्पा शेट्टी मुख्य भूमिकाओं में नजर आई थीं।
अब आइए जानते हैं कि सनी देओल को फिल्म “हिम्मत” में कैसे रोल मिला और इस फिल्म की कुछ दिलचस्प बातें।
सनी देओल को “हिम्मत” में रोल कैसे मिला?
90 के दशक में सनी देओल एक ऐसे स्टार थे, जिनकी छवि एक्शन हीरो के रूप में बन चुकी थी। उनकी फिल्में जैसे “घायल,” “घातक,” और “जिद्दी” ने उन्हें एक सुपरस्टार बना दिया था। फिल्म निर्माता सुनिल शर्मा और निर्देशक सुनिल अग्निहोत्री को एक ऐसे अभिनेता की जरूरत थी जो न सिर्फ दमदार एक्शन कर सके, बल्कि एक इमोशनल बैलेंस भी फिल्म में ला सके।
सनी देओल का नाम इस भूमिका के लिए इसलिए भी उपयुक्त था क्योंकि उन्होंने पहले भी कई ऐसी भूमिकाएँ निभाई थीं, जहाँ वे अपने परिवार या देश के प्रति वफादार और जिम्मेदार नायक के रूप में नजर आए थे। जब निर्देशक सुनिल अग्निहोत्री ने इस फिल्म का प्लॉट सनी देओल के सामने रखा, तो उन्होंने इस फिल्म को करने का तुरंत निर्णय लिया, क्योंकि फिल्म की कहानी और उनका किरदार उन्हें बहुत पसंद आया।
फिल्म “हिम्मत” की कहानी
“हिम्मत” की कहानी एक साहसी और ईमानदार पुलिस अधिकारी अर्जुन सिंह (सनी देओल) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक बड़े आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करने का बीड़ा उठाता है। अर्जुन सिंह एक जांबाज अफसर है, जो देश के दुश्मनों के खिलाफ मजबूती से खड़ा होता है और हर कीमत पर न्याय की रक्षा करता है।
कहानी की शुरुआत होती है जब अर्जुन सिंह को एक अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक गिरोह के बारे में पता चलता है, जो देश में अवैध हथियारों और नशीली दवाओं की तस्करी कर रहा है। इस गिरोह का मुखिया है पाशा (नसीरुद्दीन शाह), जो बेहद शातिर और चालाक है। पाशा के खिलाफ सबूत जुटाने और उसे कानून के शिकंजे में लाने के लिए अर्जुन को कई खतरों का सामना करना पड़ता है।
इस मिशन में अर्जुन सिंह के साथ निहारिका (तब्बू) और प्रियंका (शिल्पा शेट्टी) नाम की दो महिलाएँ भी जुड़ती हैं, जो कहानी को रोमांचक बनाती हैं। निहारिका एक पत्रकार है, जो अर्जुन के मिशन में उसकी मदद करती है, जबकि प्रियंका अर्जुन की प्रेमिका है, जो हर कदम पर उसका साथ देती है।
फिल्म के प्रमुख पहलू
सनी देओल का दमदार अभिनय: सनी देओल ने फिल्म में अपने एक्शन दृश्यों के साथ-साथ इमोशनल सीन भी बखूबी निभाए हैं। उनका किरदार अर्जुन सिंह, जो एक देशभक्त और जिम्मेदार पुलिस अधिकारी है, सनी की परफेक्ट फिटिंग के साथ सामने आया। उनके डायलॉग डिलीवरी और दमदार एक्शन दृश्यों ने दर्शकों को सिनेमाघरों में तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया था।
एक्शन और थ्रिल: “हिम्मत” एक पूरी तरह से एक्शन-थ्रिलर फिल्म थी, जिसमें हर सीन में उत्साह और सस्पेंस बना रहता था। सनी देओल के एक्शन सीन, जिनमें उन्होंने अकेले ही कई गुंडों से भिड़ंत की, फिल्म का प्रमुख आकर्षण रहे। उनके द्वारा की गई लड़ाई के सीन्स ने उन्हें एक एक्शन हीरो के रूप में और मजबूती से स्थापित किया।
संवेदनशीलता और इमोशनल टच: भले ही “हिम्मत” एक एक्शन फिल्म थी, लेकिन इसमें एक भावनात्मक गहराई भी थी। अर्जुन सिंह का अपने परिवार के प्रति प्रेम और अपने देश के लिए बलिदान की भावना ने फिल्म में एक संवेदनशीलता जोड़ दी। सनी देओल ने अपने किरदार में इस इमोशनल टच को बहुत अच्छे से पेश किया।
कहानी में ट्विस्ट और टर्न्स: फिल्म में कई मोड़ और ट्विस्ट हैं, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखते हैं। पाशा और अर्जुन के बीच की लड़ाई फिल्म का मुख्य आकर्षण है, जिसमें कई बार पाशा अर्जुन को परास्त करने की कोशिश करता है, लेकिन अर्जुन हर बार अपनी बुद्धिमानी और साहस से जीत जाता है।
फिल्म की कुछ दिलचस्प बातें
सनी देओल का ट्रेनिंग प्रोग्राम: “हिम्मत” में सनी देओल के एक्शन सीन बहुत ही चुनौतीपूर्ण थे। इसके लिए उन्होंने फिल्म की शूटिंग से पहले कड़ी ट्रेनिंग ली थी, ताकि वे अपने स्टंट और लड़ाई के दृश्यों को असली दिखा सकें। फिल्म के सेट पर भी सनी ने अपने एक्शन सीन खुद ही किए थे, जिनमें मार्शल आर्ट्स से लेकर हाथों की लड़ाई तक के सीन शामिल थे।
सनी और तब्बू की जोड़ी: इस फिल्म में सनी देओल और तब्बू की जोड़ी ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। तब्बू ने निहारिका के किरदार को बहुत ही प्रभावी ढंग से निभाया, जो एक साहसी और स्वतंत्र महिला है। निहारिका और अर्जुन के बीच के रोमांटिक सीन फिल्म में ताजगी लाते हैं और कहानी को हल्का और मनोरंजक बनाते हैं।
नसीरुद्दीन शाह का विलेन किरदार: नसीरुद्दीन शाह ने फिल्म में पाशा के किरदार को निभाया, जो एक खतरनाक और शातिर अपराधी है। उनका किरदार फिल्म में एक नया रोमांच लाता है, और उनका और सनी देओल का आमना-सामना फिल्म का प्रमुख आकर्षण है। नसीरुद्दीन शाह की एक्टिंग ने इस विलेन के किरदार को बहुत ही खास बना दिया था।
गानों का योगदान: फिल्म के गाने भी उस समय काफी लोकप्रिय हुए थे। “दिल में बसा के” और “सपने में मिलती है” जैसे गाने आज भी लोगों के जेहन में हैं। संगीत ने फिल्म की कहानी को और भी प्रभावशाली बनाया और इसके गानों ने दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई।
फिल्म की प्रतिक्रिया और सफलता
“हिम्मत” बॉक्स ऑफिस पर एक सफल फिल्म साबित हुई थी। सनी देओल के प्रशंसकों ने फिल्म को खूब सराहा, खासकर उनके जबरदस्त एक्शन और दमदार डायलॉग्स की वजह से। फिल्म ने उस समय के दर्शकों के बीच सनी देओल की छवि को और मजबूत किया, और वे एक्शन फिल्मों के पर्याय बन गए।
फिल्म की कहानी और सनी देओल के किरदार को लेकर समीक्षकों ने भी सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ दीं। फिल्म के एक्शन सीन, सस्पेंस और रोमांचक कहानी ने इसे एक बेहतरीन एक्शन-थ्रिलर के रूप में स्थापित किया।
“हिम्मत” सनी देओल की उन फिल्मों में से एक है, जिसने उनके एक्शन हीरो के रूप में कद को और भी ऊँचा किया। इस फिल्म में उनका किरदार अर्जुन सिंह एक साहसी और न्यायप्रिय पुलिस अधिकारी के रूप में दर्शकों के दिलों में बस गया। सनी देओल की एक्टिंग, दमदार डायलॉग्स, और एक्शन सीन ने इस फिल्म को सफल बनाया।
फिल्म की कहानी, जिसमें देशभक्ति, एक्शन, रोमांस, और थ्रिल का बेहतरीन मिश्रण था, ने इसे 90 के दशक की यादगार फिल्मों में से एक बना दिया। “हिम्मत” आज भी सनी देओल के प्रशंसकों के लिए एक खास फिल्म है, जिसे वे बार-बार देखना पसंद करते हैं।