Tu Zinda Hai Lyrics – तू जिंदा है” एक ऐसा गाना है जो अपनी प्रभावशाली धुन और बोलों के साथ गहरी छाप छोड़ता है। इस गाने को संगीतकार सालिल चौधरी ने कंपोज किया है, जबकि इसके बोल शैलेन्द्र ने लिखे हैं। गाने में सोनू निगम और अरिजीत सिंह की सुरीली आवाज़ें सुनाई देती हैं, जिसमें अरिजीत अपने जादुई अंदाज़ के साथ कोरस में शामिल होते हैं।
“तू जिंदा है” गाने के बोल:
तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यकीन कर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
ये ग़म के और चार दिन, सितम के और चार दिन
ये दिन भी जाएँगे गुज़र, गुज़र गए हजार दिन
ये ग़म के और चार दिन, सितम के और चार दिन
ये दिन भी जाएँगे गुज़र, गुज़र गए हजार दिन
कभी तो होगी इस चमन पे भी बहार की नज़र
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यकीन कर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
सुबह और शाम के रंगे हुए गगन को छूकर
तू सुन, ज़मीन गा रही है कब से झूम-झूम कर
सुबह और शाम के रंगे हुए गगन को छूकर
तू सुन, ज़मीन गा रही है कब से झूम-झूम कर
तू आ मेरा श्रृंगार का, तू आ मुझे हसीन कर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यकीन कर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
हज़ार भेष धार के आई मौत तेरे द्वार पर
मगर तुझे ना छू सकी, चली गई वो हार कर
हज़ार भेष धार के आई मौत तेरे द्वार पर
मगर तुझे ना छू सकी, चली गई वो हार कर
नई सुबह के संग सदा तुझे मिली नई उमर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यकीन कर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
बुरी है आग पेट की, बुरे हैं दिल के दाग ये
ना दब सकेंगे, एक दिन बनेंगे इनुलाब ये
बुरी है आग पेट की, बुरे हैं दिल के दाग ये
ना दब सकेंगे, एक दिन बनेंगे इनुलाब ये
गिरेंगे ज़ुल्म के महल, बनेंगे फिर नवे़न घर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यकीन कर
अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर
तू ज़िंदा है…
Tu Zinda Hai Lyrics
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ ᴛᴏʜ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋɪ ᴊᴇᴇᴛ ᴍᴇɪɴ ʏᴀᴋᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Yᴇʜ ɢʜᴀᴍ ᴋᴇ ᴀᴜʀ ᴄʜᴀᴀʀ ᴅɪɴ, sɪᴛᴀᴍ ᴋᴇ ᴀᴜʀ ᴄʜᴀᴀʀ ᴅɪɴ
Yᴇʜ ᴅɪɴ ʙʜɪ ᴊᴀʏᴇɴɢᴇ ɢᴜᴢᴀʀ, ɢᴜᴢᴀʀ ɢᴀʏᴇ ʜᴀᴢᴀᴀʀ ᴅɪɴ
Yᴇʜ ɢʜᴀᴍ ᴋᴇ ᴀᴜʀ ᴄʜᴀᴀʀ ᴅɪɴ, sɪᴛᴀᴍ ᴋᴇ ᴀᴜʀ ᴄʜᴀᴀʀ ᴅɪɴ
Yᴇʜ ᴅɪɴ ʙʜɪ ᴊᴀʏᴇɴɢᴇ ɢᴜᴢᴀʀ, ɢᴜᴢᴀʀ ɢᴀʏᴇ ʜᴀᴢᴀᴀʀ ᴅɪɴ
Kᴀʙʜɪ ᴛᴏʜ ʜᴏɢɪ ɪs ᴄʜᴀᴍᴀɴ ᴘᴇ ʙʜɪ ʙᴀʜᴀᴀʀ ᴋɪ ɴᴀᴢᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ ᴛᴏʜ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋɪ ᴊᴇᴇᴛ ᴍᴇɪɴ ʏᴀᴋᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Sᴜʙᴀʜ ᴀᴜʀ sʜᴀᴀᴍ ᴋᴇ ʀᴀɴɢᴇ ʜᴜᴇ ɢᴀɢᴀɴ ᴋᴏ ᴄʜᴏᴏᴍ ᴋᴀʀ
Tᴜ sᴜɴ, ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ɢᴀᴀ ʀᴀʜɪ ʜᴀɪ ᴋᴀʙ sᴇ ᴊʜᴏᴏᴍ-ᴊʜᴏᴏᴍ ᴋᴀʀ
Sᴜʙᴀʜ ᴀᴜʀ sʜᴀᴀᴍ ᴋᴇ ʀᴀɴɢᴇ ʜᴜᴇ ɢᴀɢᴀɴ ᴋᴏ ᴄʜᴏᴏᴍ ᴋᴀʀ
Tᴜ sᴜɴ, ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ɢᴀᴀ ʀᴀʜɪ ʜᴀɪ ᴋᴀʙ sᴇ ᴊʜᴏᴏᴍ-ᴊʜᴏᴏᴍ ᴋᴀʀ
Tᴜ ᴀᴀ ᴍᴇʀᴀ sʜʀɪɴɢᴀᴀʀ ᴋᴀ, ᴛᴜ ᴀᴀ ᴍᴜᴊʜᴇ ʜᴀsᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ ᴛᴏʜ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋɪ ᴊᴇᴇᴛ ᴍᴇɪɴ ʏᴀᴋᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Hᴀᴢᴀᴀʀ ʙʜᴇs ᴅʜᴀʀ ᴋᴇ ᴀᴀʏɪ ᴍᴀᴜᴛ ᴛᴇʀᴇ ᴅᴡᴀᴀʀ ᴘᴀʀ
Mᴀɢᴀʀ ᴛᴜᴊʜᴇ ɴᴀ ᴄʜʜᴀʟ sᴀᴋɪ, ᴄʜᴀʟɪ ɢᴀʏɪ ᴡᴏʜ ʜᴀᴀʀ ᴋᴀʀ
Hᴀᴢᴀᴀʀ ʙʜᴇs ᴅʜᴀʀ ᴋᴇ ᴀᴀʏɪ ᴍᴀᴜᴛ ᴛᴇʀᴇ ᴅᴡᴀᴀʀ ᴘᴀʀ
Mᴀɢᴀʀ ᴛᴜᴊʜᴇ ɴᴀ ᴄʜʜᴀʟ sᴀᴋɪ, ᴄʜᴀʟɪ ɢᴀʏɪ ᴡᴏʜ ʜᴀᴀʀ ᴋᴀʀ
Nᴀʏɪ sᴜʙᴀʜ ᴋᴇ sᴀɴɢ sᴀᴅᴀ ᴛᴜᴊʜᴇ ᴍɪʟɪ ɴᴀʏɪ ᴜᴍᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ ᴛᴏʜ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋɪ ᴊᴇᴇᴛ ᴍᴇɪɴ ʏᴀᴋᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Bᴜʀɪ ʜᴀɪ ᴀᴀɢ ᴘᴇᴛ ᴋɪ, ʙᴜʀᴇ ʜᴀɪɴ ᴅɪʟ ᴋᴇ ᴅᴀᴀɢ ʏᴇʜ
Nᴀ ᴅᴀʙ sᴀᴋᴇɴɢᴇ, ᴇᴋ ᴅɪɴ ʙᴀɴᴇɴɢᴇ ɪɴᴏ̨ᴜɪʟᴀʙ ʏᴇʜ
Bᴜʀɪ ʜᴀɪ ᴀᴀɢ ᴘᴇᴛ ᴋɪ, ʙᴜʀᴇ ʜᴀɪɴ ᴅɪʟ ᴋᴇ ᴅᴀᴀɢ ʏᴇʜ
Nᴀ ᴅᴀʙ sᴀᴋᴇɴɢᴇ, ᴇᴋ ᴅɪɴ ʙᴀɴᴇɴɢᴇ ɪɴᴏ̨ᴜɪʟᴀʙ ʏᴇʜ
Gɪʀᴇɴɢᴇ ᴢᴜʟᴍ ᴋᴇ ᴍᴇʜᴇʟ, ʙᴀɴᴇɴɢᴇ ᴘʜɪʀ ɴᴀᴠᴇᴇɴ ɢʜᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ ᴛᴏʜ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋɪ ᴊᴇᴇᴛ ᴍᴇɪɴ ʏᴀᴋᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ ᴛᴏʜ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋɪ ᴊᴇᴇᴛ ᴍᴇɪɴ ʏᴀᴋᴇᴇɴ ᴋᴀʀ
Aɢᴀʀ ᴋᴀʜɪɴ ʜᴀɪ sᴡᴀʀɢ ᴛᴏʜ ᴜᴛᴀᴀʀ ʟᴀ ᴢᴀᴍᴇᴇɴ ᴘᴀʀ
Tᴜ ᴢɪɴᴅᴀ ʜᴀɪ…