So Dukh Kaisa Paave Lyrics: गुरनज़र | जस्सी गिल | जया किशोरी

So Dukh Kaisa Paave Lyrics: गुरनज़र | जस्सी गिल | जया किशोरी

So Dukh Kaisa Paave Lyrics:सो दुःख कैसा पाए गाना, जिसे गुरु नाज़र, जस्सी गिल और जया किशोरी ने गाया है, भक्ति और आध्यात्मिकता का सुंदर उदाहरण है। इस गाने में सच्चे श्रद्धालु की भावना व्यक्त की गई है, जो अपने स्वामी पर विश्वास करता है। यह गीत बताता है कि जब कोई व्यक्ति भगवान की शरण में आता है, तो उसके सभी दुःख मिट जाते हैं। इसमें कहा गया है कि जो भी प्रभु का नाम जपेगा, उसे सुख मिलेगा। भक्ति की गहराई और भगवान के प्रति श्रद्धा को दर्शाते हुए, यह गाना सुनने वालों को एक अद्भुत अनुभव देता है।

सो दुःख कैसा पाए लिरिक्स 

जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।

तेरी शरण में जो कोई आए,
सब के कष्ट तू आप मिटाए।
तेरी शरण में जो कोई आए,
सब के कष्ट तू आप मिटाए।
कृपा सब पर तू आप बनाए।

सदा सुखी वसें वो प्राणी,
सत का नाम जो गावे।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।

राजे को जब मांग लाए,
कब तू किसको राज थमा दे।
तू ही जाने माया तेरी,
कब तू आम को खास बना दे।
कब तू आम को खास बना दे।

डुबदी बाड़ी भी पार लगावे,
जो तू सतगुरु चावे।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।

वाहेगुरु, वाहेगुरु, वाहेगुरु,
वाहेगुरु, वाहेगुरु, वाहेगुरु।

आना अपने भागां दा,
जाना अपने भागां दा।
नीयत क्यूं मारनी करनी,
जद खाना अपने भागां दा।
तेरी लीला निआरी है,
तू संभालिए दुनिया सारी है।
तेरे करके चल जांदी साड़ी दुनियादारी है।

तू दुःख भंजन, तू सुख दाता,
तू ही पिता है, तू ही माता।
जो भी मिला सब सिर माथे,
किधर दाता, किधर लिया।

जो जी तेरा ध्यान जपे जो,
दिल से तेरा नाम जपे जो।
जपे जो बानी हर पल तेरी,
तैनु सुबह ते शाम जपे जो।

किसी चीज़ की भी थोड़ नहीं उसnu,
शुक्र जो तेरा गावे।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।
जिसके सिर पर तू स्वामी,
सो दुःख कैसा पाए।

So Dukh Kaisa Paave Lyrics: गुरनज़र | जस्सी गिल | जया किशोरी

So Dukh Kaisa Paave Lyrics

Jiske sirr upar tu swami
So dukh kaisa pave
Jiske sirr upar tu swami
So dukh kaisa pave

Teri sharan ch jo koi aave
Sab de kasht tu aap mitave
Teri sharan ch jo koi aave
Sab de kasht tu aap mitave
Kirpa sab te aap bnave

Sda sukhi vasey oh prani
Sat da naam jo gave
Jiske sirr upar tu swami
So dukh kaisa pave
Jiske sirr upar tu swami
So dukh kaisa pave

Raaje nu kad mangan laade
Kad tu kisnu raaj thama de
Tu hi jaane maaya teri
Kad tu aam ton khaas bnade
Kad tu aam ton khaas bnade

Dubdi berhi vi paar lagave
Je tu satguru chaave
Jiske sirr upar tu sowami
So dukh kaisa pave
Jiske sirr upar tu sowami
So dukh kaisa pave

Waheguru, waheguru, waheguru
Waheguru, waheguru, waheguru

Aona apne bhaagan da jaana apne bhaagan da
Neeyat kyun maarhi karni jad khaana apne bhaagan da
Teri leela niyari ae tu saambhi dunia saari ae
Tere karke chali jandi sadi duniadaari ae

Tu dukh bhanjan tu sukh daata
Tu hi pita ae tu hi mata
Jo vi milya sab sirr mathe
Kitho daata kithe liyata

Jo jee tera dhyan jape jo
Dil ton tera naam jape jo
Jape jo baani harpal teri
Tenu subah te sham jape jo

Kise cheez di vi thorh nahi ous nu
Shukar jo tera gave
Jiske sirr upar tu sowami
So dukh kaisa pave
Jiske sirr upar tu sowami
So dukh kaisa pave

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