Love Shayari: शायरी के माध्यम से हम न केवल अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं, बल्कि दूसरों की भावनाओं को भी समझ सकते हैं। यह एक ऐसा प्रभावशाली माध्यम है जो भाषा की सीमाओं को पार कर सभी दिलों को जोड़ता है। मीरजा ग़ालिब, मीर तक़ी मीर, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, अहमद फ़राज़, गुलज़ार, और जावेद अख़्तर जैसे शायरों ने शायरी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनके काम आज भी पाठकों के दिलों में बसे हुए हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं।
1. सांस लेना भी कैसी आदत है
जिए जाना भी क्या रवायत है
कोई आहट नहीं बदन में कहीं
कोई साया नहीं आंखों में
पांव बेहिस हैं, चलते जाते हैं
इक सफर है जो बहता रहता है
कितने बरसों से कितनी सदियों से
जिए जाते हैं, जिए जाते हैं…
2. दिल तोड़कर वो मेरा खश हैं
तो शिकायत कैसी…
अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं
तो फिर ये मोहब्बत कैसी…
3. हम तो मजाक में भी किसी को
दर्द देने से डरते हैं
न जाने लोग कैसे सोच-समझकर
दिलों से खेल जाते हैं
4. उधर वो बद-गुमानी है, इधर ये ना-तवानी है
न पूछा जाए उससे और न बोला जाए मुझसे।
5. बहुत दूर मगर बहुत पास रहते हो
आंखों से दूर मगर दिल के पास रहते हो
मुझे बस इतना बता दो
क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो
6. कभी हम पर वो जान दिया करते थे
जो हम कहते थे, मान लिया करते थे
अब पास से अनजान बनकर गुजर जाते हैं
जो कभी दूर से ही हमें पहचान लिया करते थे
7. टूट जाएगी तुम्हारी जिद की आदत उस दिन,
जब पता चलेगा कि याद करने वाला अब याद बन गया!
8. तेरा वजूद तेरी शख्सियत, कहानी क्या
किसी के काम न आए तो जिंदगानी क्या
हवस है जिस्म की, आंखों से प्यार गायब है
बदल गए हैं सभी इश्क के मआनी क्या