SAD SHAYARI: जब अल्फ़ाज़ बनें आंसू, दर्द भरी 10 शायरियाँ

SAD SHAYARI: जब अल्फ़ाज़ बनें आंसू, दर्द भरी 10 शायरियाँ

SAD SHAYARI: यह 10 दर्दभरी शायरियाँ टूटे दिल की गहराई को बयां करती हैं। इनमें बिछड़ने की टीस है तो कहीं अधूरी मोहब्बत की कसक। हर शायरी दिल से निकले उन जज़्बातों को छूती है जो शब्दों में नहीं कहे जा सकते। ये पंक्तियाँ अकेलेपन और यादों के दर्द को बेहद खूबसूरती से ज़ाहिर करती हैं।

1. जो सोचा सब वैसा ही, होने लगे तो
जिंदगी और ख्वाब में, फर्क क्या रह जाएगा

2. हम उनकी याद में है
जिन्हे हम याद नही हैं

3. तुम क्या गए कि, वक़्त का अहसास मर गया,
रातों को जागते रहे, और दिन को सो गए।

4. बहुत अजीब हैं, तेरे बाद की, ये बरसातें भी,
हम अक्सर बन्द कमरे में, भीग जाते हैं।

5. कितने अज़ीब लोग हैं?
बात पकड़ कर इंसान छोड़ देते हैं।

6. शायद बहुत जान लिया उन्होंने हमें,
यही वजह थी, कि हम बुरे लगने लगे उन्हें।

7. मेरी फितरत में खामोशी नहीं है..,
मैं एक हंगामा हूँ, जो बोल पड़ता है..!!!

8. हमें अहमियत नहीं दी गई
और हम, जान तक दे रहे थे

9. जिसका मिलना किस्मत में नहीं होती
उससे मोहब्बत भी बेइंतहा होती हैं

10. नजरों से जो उतर गए
क्या फर्क पढ़ता है, वो कहां गए

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