Rangeeni Lyrics – जुबिन नौटियाल | हंसिका पारीक

Rangeeni Lyrics – जुबिन नौटियाल | हंसिका पारीक

Rangeeni Lyrics – अमित त्रिवेदी और जुबिन नौटियाल और हंसिका पारीक द्वारा रचित रंगीनी गीत हाल ही में रिलीज़ हुआ हिंदी गीत है जिसमें अमित त्रिवेदी और जुबिन नौटियाल और हंसिका पारीक हैं। इसका संगीत अमित त्रिवेदी ने दिया है जबकि रंगीनी गीत अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए हैं, जो गीत की भावनात्मक गहराई को खूबसूरती से पूरा करते हैं। AT Azaad Youtube चैनल पर विशेष रूप से “रंगीनी” की गीतात्मक गहराई का पता लगाने के लिए बने रहें।

Rangeeni Lyrics –  जुबिन नौटियाल | हंसिका पारीक

रंगीनि

चाँद जड़े आसमा सा तेरा रूप रे
ओस पड़े आंगना की तू ही धूप रे
तेरे सा दूसरा कोई है कहीं नहीं
तेरे सा दूसरा कोई

ढूंढे मेरा हर सवेरा तेरी शाम रे
चार पहर यूँ पिरोए तेरा नाम रे
तेरे सा दूसरा कोई है कहीं नहीं
तेरे सा दूसरा कोई

रंगीनि रंगीनि रंगीनि
रंगीनि रंगीनि रंगीनि
आई तुझी से
ओ सनम
आई तुझी से नज़ारों में

रंगीनि रंगीनि रंगीनि
रंगीनि रंगीनि रंगीनि
लायी कहाँ के
ओ सनम
लायी कहाँ के बाज़ारों से

चितवन का..
मैं तेरी बावरा हूँ बावरा
चितवन का..
चितवन का..

बिरहन का..
तू ही तो सांवरा है सांवरा
बिरहन का..

चल मेरे संग में तू
ढल मेरे रंग में तू

बन की मैं मोरनी हूँ, मोरपंख तू..
जब से तेरी बोलियों की घुली चाशनी
शामें हुईं सुरमयी, सी रातें कासनी

तेरे सा दूसरा कोई है कहीं नहीं
तेरे सा दूसरा कोई..

तेरे सा दूसरा कोई है कहीं नहीं
तेरे सा दूसरा कोई..

रंगीनि रंगीनि रंगीनि
रंगीनि रंगीनि रंगीनि
आई तुझी से
ओ साजन
आई तुझी से नज़ारों में

रंगीनि रंगीनि रंगीनि
रंगीनि रंगीनि रंगीनि
लायी कहाँ के
ओ सनम
लायी कहाँ के बाज़ारों से..
ओ रे सजनी।

Rangeeni Lyrics

Chaand Jade aasmaa sa tera roop re
Oas pade aangnaa ki tu hi dhoop re
Tere sa doosra koi hai kahin nahin
Tere sa doosra koi

Dhoondhe mera har savera teri shaam re
Chaar paher yun piroye tera naam re
Tera sa doosra koi hai kahin nahin
Tere sa doosra koi

Rangeeni rangeeni rangeeni
Rangeeni rangeeni rangeeni
Aayi tujhi se
O sanam
Aayi tujhi se nazaaron mein

Rangeeni rangeeni rangeeni
Rangeeni rangeeni rangeeni
Laayi kahan ke
O sanam
Laayi kahan ke baazaaron se

Chitvan ka ..
Main teri baavra hun baavra
Chitvan ka ..
Chitvan ka ..

Birhan ka ..
Tu hi toh saanvra hai saanvra
Birhan ka ..

Chal mere sang mein tu
Dhal mere rang mein tu

Ban ki main morni hoon morpankh tu ..
Jab se teri boliyon ki ghuli chaashni
Shaamein huyin surmayi si raatein kaasni

Tere sa doosra koi hai kahin nahin
Tere sa doosra koi ..

Tere sa doosra koi hai kahin nahin
Tere sa doosra koi ..

Rangeeni rangeeni rangeeni
Rangeeni rangeeni rangeeni
Aayi tujhi se
O sajan
Aayi tujhi se nazaaron mein

Rangeeni rangeeni rangeeni
Rangeeni rangeeni rangeeni
Laayi kahan ke
O sanam
Laayi kahan ke baazaaron se ..

Rangeeni rangeeni rangeeni
Rangeeni rangini rangeeni
Aayi tujhi se
O sajan
Aayi tujhi se nazaaron mein

Rangeeni rangeeni rangeeni
Rangeeni rangeeni rangeeni
Laayi kahan ke
O sanam
Laayi kahan ke bazaron se ..
O re sajani.

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