Love Shayari: दिल की गहराई को शब्दों में उतारने की कला

Love Shayari: दिल की गहराई को शब्दों में उतारने की कला

Love Shayari: प्रेम शायरी दिल की गहराइयों को शब्दों में पिरोने का कला है। यह शायरी न केवल भावनाओं की गहराई को दर्शाती है, बल्कि प्रेम की सच्चाई और सुंदरता को भी उजागर करती है। प्रेम शायरी में अक्सर दिल की धड़कनों, चुपके से किए गए इकरार और बेपनाह प्यार की बातें की जाती हैं। इन शब्दों के माध्यम से प्रेमी अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं, जो दिल को छू जाती हैं और आत्मा को सुकून देती हैं। ये शायरी प्रेम के हर पहलू को खूबसूरती से बयान करती है और हर किसी के दिल को छू लेती है।

1. तरीका और भी है इस तरह परखा नही जाता
चिरागों को हवा के सामने रखा नही जाता
तरीका और भी है इस तरह परखा नही जाता
चिरागों को हवा के सामने रखा नही जाता
मोहब्बत फैसला करती है पहले चंद लम्हों में
जहा पर इश्क होता है वहा सोचा नही जाता

2. इतना संगीन पाप कौन करे-2
मेरे दुःख पर बिलाप कौन करे
चेतना मर चुकी है लोगो की-2
पाप पर पश्त्चाप कौन करे!!

Love Shayari: दिल की गहराई को शब्दों में उतारने की कला

3. एक इधर मै हु की घरवालो से नाराजगी है-2
एक उधर तु है की गैरो का कहा मानती है
एक इधर मै हु की घरवालो से नाराजगी है
एक उधर तु है की गैरो का कहा मानती है
मै तुझे अपना समझ कर ही तो कुछ कहता हु
यार तु भी मेरी बातो का बुरा मानती है!!

4. प्यास के ज़िक्र को रखता हु जुदा पानी से
देखते रहते है दरिया मुझे हैरानी से
प्यार का ज़िक्र को रखता हू जुदा पानी से
देखते रहते है दरिया मुझे हैरानी से
और उनकी खातिर मै परेशान रहा करता हु
जिनको मतलब ही नही मेरी परेशानी से

5. दुश्मनी दिल की पुरानी चल रही है जान से-2
जो कभी मेरी थी रूह से, इमान से
पलट गया तकदीर का पन्ना भी उसके साथ- साथ
ना जाने दिल लग गया था किस बेईमान से!!

6. वो मोम लगाता है जब कोई काम होता है
जो उसका होता है समझो गुलाम होता है
किसी का होके दोबारा ना आना मेरी तरफ-2
मोहब्बत में हलाला हराम होता है!!

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