Love Shayari: प्रेम शायरी वह खूबसूरत कला है जो दिल की गहराईयों को शब्दों में पिरोती है। इसमें प्यार की हर भावना, हर जज़्बात को बेहद नज़ाकत और खूबसूरती से व्यक्त किया जाता है। प्रेम शायरी में प्रेमिका की मासूमियत से लेकर प्रेमी के दीवानापन तक को बखूबी उजागर किया जाता है। ये शायरी दिल के धड़कनों को शब्दों में ढालती है, जिससे रिश्तों की गर्मी और नज़दीकी को महसूस किया जा सकता है। प्रेम शायरी न केवल प्रेम के अहसास को मजबूत बनाती है, बल्कि यह दिल को छूने वाली भावनाओं को भी उभारती है।
1. करोगी मोहब्बत तो कुछ यु मोहब्बत होगी
कभी शक होगी मुझ पर कभी शिकायत होगी
जिनसे वास्ता नही उनसे अदावत होगी
शहर से नफरत दुनिया से भागवत होगी
हम सह जायेंगे तुम ना सह पाओगी
कैसे ये ज़माने के सितम उठाओगी
समझायेंगे घर वाले तुम मुझसे खफा हो जाओगी
मै तन्हा रह जाऊंगा तुम बेवफा हो जाओगी
तुम हो जाओ बेवफा ऐसी नौबत ही क्यों आये
2. करोगी मोहब्बत तो रोज मुलाकात होगी
वक्त जाया होगा फिजूल बात होगी
शाम को ताने देंगे कुछ लोग,
घर को पहुचते – पहुचते रात होगी
पूछेंगे घरवाले तो क्या बताओगी
झूठ बोलोगी या खामोश हो जाओगी
सोच कर दिन की बातो को मुस्कुराओगी रातभर
नीद नही आएगी तुमको जागोगी रात भर
चिड-चिड़ी हो जाओगी जब दोस्त चिडायेंगे
मेरा नाम लेकर तुम्हे लोग बूलायेंगे
एक दिन इन हरकतों से तूम उकता जाएगी
हमें पत्थर की तरह ठुकरा जाएगी
तुम ठुकराओ ऐसी नौबत ही क्यों आये
3. करोगी मोहब्बत तो धडकनों की रफ़्तार बढेगी
रोक ना पाओगी ये लगातार बढ़ेगी
खुद से जो होती है लड़ाई छुट जाएगी
मेरी जान पढाई पर ध्यान दो पढाई छुट जाएगी
खुद तुमसे छीन लेगा ये अधिकार तुम्हारा
तुम्हे जिद्दी बना देगा ये प्यार तुम्हारा
फूल तुम्हारे चाहत के खिल नही पाएंगे
हम तो फ़क़ीर है तुमको मिल नही पाएंगे
फिर भी कहा खत्म कहानी की शुरुवात करोगी
मिलने ना सही मगर फ़ोन पर बात करोगी
जानता हु तुम फिर से वही कमाल करोगी
तुम हमें अपने लिए इस्तेमाल करोगी
तुम इस्तेमाल करो ऐसी नौबत ही क्यों आये
4. करोगी मोहब्बत तो ये घर भी छोड़ना होगा
हम्रारे साथ तुम्हे ये शहर भी छोड़ना होगा
टूट जायेगा जब घर वालो से रिश्ता
माँ की हाथो के निवाले से रिश्ता
अंजान शहर में ये भूखार भी मार जायेगा
भूख लगेगी तो ये प्यार भी मर जायेगा
बुलायेगे घर वाले तो अपने घर लौट जाओगी
हमें ठुकरा कर अपने शहर लौट जाओगी
हम पर आएगा तुमको भागाने का इल्जाम
लडकियों पर नही आता भागने का इल्जाम
फँस जायेंगे हम ज़माने के चक्कर में
जवानी निकल जाएगी थाने के चक्कर में
फिर तू अपने बयान से पलट जाएगी
मेरी जिन्दगी जेल में सड जाएगी
उम्र गुजरे जेल में ऐसी नौबत ही क्यों आये
5. जो जेल जायेंगे निकलेंगे सालो बाद
तुम नजर नही आओगी आएगी तेरी याद
जाओगी भूल घर वालो के कहने पे
करोगी शादी मेरे जीते जी रहने पे
मै तन्हा वहा दिन-रात रोऊंगा
नींद नही आएगी चैन से ना सोऊंगा
तुम बदल जाओगी पीहर का प्यार पाके
मै ना बदलूँगा जवानी में जेल जाके
तुम बदलो ऐसी नौबत ही क्यों आये
6. मोहब्बत की गलियों में गाडा गया है
बना कर मोम का दिल, पत्थर से मारा गया है
मोहब्बत की गलियों में गाडा गया है
बना कर मोम का दिल, पत्थर से मारा गया है
लगे जो पत्थर दिल पे दर्द तुम्हे भी होगा
आएगी आह दिल शिशकिया भरेगा
थाम लोगी हाथ तुम दर्द में किसी का
जब दिल घबराये और जोर से डरेगा