2008 में रिलीज़ हुई फिल्म Heroes एक भावनात्मक यात्रा है जो भारतीय सैनिकों के बलिदान और उनके परिवारों की कहानियों को दर्शाती है। इस फिल्म में Salman Khan ने हवलदार बलकार सिंह और उनके बेटे जसविंदर सिंह (जस्सी) की दोहरी भूमिका निभाई थी जो दर्शकों के दिलों को छू गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सलमान खान को इस फिल्म में यह भूमिका कैसे मिली? आइए इस दिलचस्प कहानी को विस्तार से जानते हैं।
फिल्म Heroes की पृष्ठभूमि
फिल्म Heroes की कहानी दो फिल्म अकादमी के छात्रों अली (वत्सल सेठ) और समीर (सोहेल खान) की यात्रा पर केंद्रित है जो भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के खिलाफ एक डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए तीन शहीद सैनिकों के परिवारों को पत्र पहुंचाने का निर्णय लेते हैं। इस यात्रा के दौरान वे उन परिवारों की कहानियों से प्रभावित होते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को देश के लिए खो दिया है।
सलमान खान की भूमिका
सलमान खान ने फिल्म में हवलदार बलकार सिंह की भूमिका निभाई जो 8 सिख रेजिमेंट के एक बहादुर सैनिक हैं। बलकार सिंह की पत्नी कुलजीत कौर (प्रीति जिंटा) और उनका बेटा जस्सी (द्विज यादव) उनके बलिदान के बाद भी गर्व से जीते हैं। फिल्म के अंत में जस्सी बड़ा होकर अपने पिता की तरह सेना में शामिल होता है जिसे भी सलमान खान ने ही निभाया है।
सलमान खान को भूमिका कैसे मिली?
फिल्म Heroes का निर्देशन समीर कर्णिक ने किया था। समीर कर्णिक और सलमान खान पहले से ही एक-दूसरे को जानते थे और उनके बीच अच्छी दोस्ती थी। समीर कर्णिक ने जब इस फिल्म की कहानी सलमान खान को सुनाई तो सलमान इस भावनात्मक और देशभक्ति से भरपूर कहानी से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के फिल्म में काम करने के लिए हाँ कह दी।
सलमान खान ने इस फिल्म में काम करने के लिए कोई फीस नहीं ली थी। उन्होंने इसे एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में लिया और फिल्म के माध्यम से भारतीय सैनिकों के बलिदान को सम्मानित करने का निर्णय लिया।
फिल्म की शूटिंग और लोकेशन
फिल्म की शूटिंग लद्दाख चंडीगढ़ पंजाब और दिल्ली में की गई थी। कुछ दृश्य पांगोंग त्सो में भी फिल्माए गए जिसमें सलमान खान सोहेल खान और वत्सल सेठ शामिल थे।
फिल्म Heroes में सलमान खान की भूमिका न केवल उनके अभिनय कौशल को दर्शाती है बल्कि उनके देशभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी उजागर करती है। यह फिल्म भारतीय सैनिकों के बलिदान और उनके परिवारों की कहानियों को सम्मानित करती है और सलमान खान का इसमें योगदान इसे और भी विशेष बनाता है।