Patthar Ke Phool: बॉलीवुड में कई ऐसे किस्से हैं, जो सितारों के करियर से जुड़े दिलचस्प रहस्य उजागर करते हैं। ऐसी ही एक कहानी है रवीना टंडन (Raveena Tandon) की डेब्यू फिल्म ‘Patthar Ke Phool’ से जुड़ी, जिससे उन्होंने बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री की थी। यह फिल्म 1991 में रिलीज हुई थी, जिसमें उनके अपोजिट सुपरस्टार सलमान खान (Salman Khan) थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म में रवीना को कैसे रोल मिला? इसके पीछे की कहानी काफी दिलचस्प है, जो आज भी फैंस के लिए एक रोचक किस्सा है।
कैसे मिला ‘Patthar Ke Phool’ का रोल?
रवीना टंडन ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी। हालांकि, फिल्मों में काम करने का उनका कोई इरादा नहीं था। रवीना मशहूर फिल्म निर्माता गौरांग दोषी की भतीजी हैं और उनके पिता रवि टंडन भी बॉलीवुड के जाने-माने निर्देशक रह चुके हैं। एक दिन जब रवीना टंडन अपने कॉलेज के दिनों में थी, तब उनके दोस्त साजिद नाडियाडवाला (Sajid Nadiadwala) ने उन्हें फिल्म में काम करने का सुझाव दिया।
साजिद उस समय ‘Patthar Ke Phool’ फिल्म को प्रोड्यूस कर रहे थे और उन्होंने रवीना को इस रोल के लिए परफेक्ट माना। साजिद ने रवीना को सलमान खान के साथ कास्ट करने का फैसला किया। हालांकि, रवीना फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं थीं, लेकिन साजिद और सलमान की जिद के आगे उन्होंने हां कर दी।
पहली फिल्म से बनी स्टार
फिल्म ‘Patthar Ke Phool’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही। इसमें सलमान खान और रवीना टंडन की केमिस्ट्री को खूब सराहा गया। रवीना की खूबसूरती, एक्टिंग और मासूमियत ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड भी मिला।
फिल्म के दौरान सलमान और रवीना की दोस्ती
इस फिल्म के दौरान रवीना और सलमान की दोस्ती भी खूब चर्चा में रही। दोनों के बीच शानदार बॉन्डिंग हो गई थी, लेकिन बाद में दोनों की दोस्ती फिल्मी दुनिया के उतार-चढ़ाव में कहीं खो गई। हालांकि, दोनों आज भी अच्छे दोस्त माने जाते हैं।
‘Patthar Ke Phool’ की कहानी
यह फिल्म एक एक्शन-रोमांटिक ड्रामा थी, जिसमें सलमान खान ने पुलिस अफसर के बेटे सूर्य कुमार (Surya Kumar) का किरदार निभाया था। वहीं, रवीना टंडन ने एक अमीर परिवार की लड़की किरण खन्ना (Kiran Khanna) की भूमिका अदा की थी। दोनों की प्रेम कहानी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, जिसमें अपराध, ड्रामा और इमोशन का तड़का था।
फिल्म का संगीत भी था हिट
फिल्म का म्यूजिक भी सुपरहिट रहा था। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा कंपोज किए गए गाने उस दौर में लोगों की जुबान पर छा गए थे।
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“कभी तू छलिया लगता है”
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“तेरी चुनरिया दिल ले गई”
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“दीवाने दीवाने तेरा नाम है”
जैसे गाने आज भी क्लासिक माने जाते हैं।
रवीना का करियर ग्राफ और ‘Patthar Ke Phool’ का असर
‘Patthar Ke Phool’ की जबरदस्त सफलता के बाद रवीना टंडन रातोंरात स्टार बन गईं। इसके बाद उन्होंने ‘अंदाज अपना अपना’, ‘मोहरा’, ‘दुल्हे राजा’, ‘लाडला’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया।
रवीना टंडन ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं और 90 के दशक में बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में शामिल हो गईं।
फिल्म के 33 साल बाद भी यादगार
‘Patthar Ke Phool’ को रिलीज हुए 33 साल हो चुके हैं, लेकिन यह फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। रवीना टंडन के करियर में इस फिल्म की अहम भूमिका रही है। इस फिल्म ने उन्हें न सिर्फ पहचान दिलाई, बल्कि बॉलीवुड में एक मजबूत जगह भी दिलाई।
रवीना की जिंदगी में ‘Patthar Ke Phool’ का महत्व
रवीना टंडन अक्सर इस फिल्म को अपने करियर का टर्निंग प्वाइंट बताती हैं। उन्होंने कई इंटरव्यू में कहा है कि यदि साजिद नाडियाडवाला और सलमान खान ने उन्हें फिल्म के लिए नहीं मनाया होता, तो शायद वह कभी फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं बनतीं।
फिल्म इंडस्ट्री में रवीना का योगदान
रवीना टंडन ने अपने करियर में कई यादगार किरदार निभाए। उन्हें ‘दामन’ फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला। वहीं, ओटीटी पर उनकी वापसी ने भी उन्हें फिर से लाइमलाइट में ला दिया है।
फिल्म ‘Patthar Ke Phool’ रवीना टंडन के करियर की नींव साबित हुई। इस फिल्म ने न सिर्फ उन्हें स्टारडम दिलाया, बल्कि बॉलीवुड को एक ऐसी अभिनेत्री भी दी, जिसने अपनी खूबसूरती और बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों के दिलों पर राज किया।