Kehna Galat Galat Lyrics – ज्योति नूरन | सना मकबूल

Kehna Galat Galat Lyrics – ज्योति नूरन | सना मकबूल

Kehna Galat Galat Lyrics –  कहना गलत गलत गीत ज्योति नूरन द्वारा गाए गए इस मंत्रमुग्ध कर देने वाले ट्रैक में अपनी मनमोहक आवाज़ का इस्तेमाल किया है। यह असाधारण रचना कलाकारों सना मकबूल और करण वीर मेहरा की प्रतिभा को उजागर करती है, जो किसी और की तरह भावनाओं की यात्रा का वादा करती है। जावेद-मोहसिन के संगीत और कुणाल वर्मा द्वारा लिखे गए दिल को छू लेने वाले बोलों के साथ, कहना गलत गलत गीत अपनी भावनात्मक कथा की गहराई को खूबसूरती से समेटे हुए है। VYRLOriginals द्वारा विशेष रूप से प्रस्तुत “कहना गलत गलत” की गीतात्मक समृद्धि में डूबने के लिए बने रहें।

Kehna Galat Galat Lyrics – ज्योति नूरन | सना मकबूल

केहना गलत गलत

दो नैनों
तेरे दो नैनों
क्यूं ऐसे बरस गए
बिछड़े हैं
बस राहों से
कब दिल से अलग हुए

आंसू समझ के हमको
आंसू समझ के हमको
बहाना तुम कभी नहीं

केहना गलत गलत
केहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
केहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही

ना लिख सको हमें
तो मिटाना सही सही

कल रात तुम कहां थे
कल रात तुम कहां थे
बताना सही सही
केहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही

जाने से तेरे खफा नहीं हैं
रोकें तुझे कोई वजह नहीं है
तूने दिया इतना हक है कहां
मिलने की न हों जहां उम्मीदें
तो दूरियों में मज़ा नहीं है
सीने में रखना मेरी खामियां

इस बार जब मिलो तो
इस बार जब मिलो तो
गिनाना सही सही

केहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही

दुश्वारियों को मेरा
तुम ठिकाना बता दो
अपने लबों को लेकिन
मुस्कुराना सिखा दो
हर दुआ में तुम्हारी
खैरियत मांगते हैं हम
पलकों पर मेरी हाज़िर
भिगा दो या बहा दो

रो लेंगे हम मज़े से
रो लेंगे हम मज़े से
रुलाना सही सही

केहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
केहना गलत गलत
तो छुपाना सही सही
हम कौन थे तुम्हारे
हम कौन थे तुम्हारे
बताना सही सही।

Kehna Galat Galat Lyrics

Do naina
Tere do naina
Kyu aise baras gaye
Bichde hai
Bas raahon se
Kab dil se alag huye

Aasu samajh ke humko
Aasu samajh ke humko
Bahana tum kabhi nahi

Kehna galat galat
Kehna galat galat
To chupaana sahi sahi
Kehna galat galat
Toh chupaana sahi sahi

Na likh sako hume
To mitana sahi sahi

Kal raat tum kahan the
Kal raat tum kahan the
Batana sahi sahi
Kehna galat galat
To chupana sahi sahi

Jaane se tere khafa nahi hain
Rokein tujhe koi wajah nahi hai
Tune diya Itna haq hai kahan
Milne ki na hon jahan ummeedein
To dooriyon mein maza nahi hai
Seene mein rakhna meri khamiya

Is baar jab milo toh
Is baar jab milo to
Ginaana sahi sahi

Kehna galat galat
To chupaana sahi sahi

Dushwaariyon ko mera
Tum thikana bata do
Apne labon ko lekin
Muskurana sikha do
Har dua mein tumhaari
Khariyat maangte hain hum
Palkein hain meri haazir
Bhiga do ya baha do

Ro lenge hum maze se
Ro lenge hum maze se
Rulana sahi sahi

Kehna galat galat
To chupana sahi sahi
Kehna galat galat
To chupaana sahi sahi
Hum kaun the tumhare
Hum kaun the tumhare
Batana sahi sahi.

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