Josh: फिल्म “जोश” (2000) शाहरुख खान के करियर की एक अलग तरह की फिल्म थी, जिसमें उन्होंने एक एंग्री यंग मैन का किरदार निभाया। यह फिल्म उनकी रोमांटिक हीरो की इमेज से अलग थी और इसमें उनकी जोशीली और उग्र भूमिका ने दर्शकों का दिल जीता। फिल्म का निर्देशन मंसूर खान ने किया, जो इससे पहले भी “कयामत से कयामत तक” और “जो जीता वही सिकंदर” जैसी सफल फिल्मों के लिए मशहूर थे। “जोश” की कहानी, किरदारों की गहराई और शाहरुख खान को इस फिल्म में कैसे रोल मिला, इसकी कहानी भी काफी दिलचस्प है।
“जोश” की पृष्ठभूमि
“जोश” की कहानी एक फिक्शनल शहर वास्को, गोवा पर आधारित थी, जहाँ दो गैंग्स के बीच दुश्मनी और उनके संघर्ष की कहानी थी। फिल्म में शाहरुख खान ने मैक्स नामक गैंग लीडर का किरदार निभाया, जो अपने दोस्तों और बहन शर्ली (ऐश्वर्या राय) के लिए जीता है। वहीं दूसरे गैंग का नेतृत्व प्रताप (शरद कपूर) करता है, और इन दोनों गैंग्स के बीच की दुश्मनी शहर की शांति को भंग करती है।
फिल्म में शाहरुख का किरदार पूरी तरह से जोश और जुनून से भरा हुआ था, जिसमें वह एक रफ और टफ गैंग लीडर की भूमिका में थे। शाहरुख, जो उस समय तक रोमांटिक और हीरोइक इमेज के लिए जाने जाते थे, ने “जोश” में एक उग्र और आक्रामक किरदार निभाने का फैसला किया।
शाहरुख खान को कैसे मिला “जोश” में रोल?
1990 के दशक के अंत तक शाहरुख खान ने खुद को बॉलीवुड में एक सुपरस्टार के रूप में स्थापित कर लिया था। उनकी फिल्मों की सफलताओं के बाद, वे विभिन्न प्रकार के किरदार निभाने के इच्छुक थे और वे एक ऐसे प्रोजेक्ट की तलाश में थे, जो उनकी रोमांटिक छवि से हटकर हो। इसी समय मंसूर खान अपनी अगली फिल्म “जोश” पर काम कर रहे थे।
मंसूर खान चाहते थे कि फिल्म का लीड किरदार ऐसा हो जो एक विद्रोही, उग्र और जोशीला हो, साथ ही वह अपने परिवार और दोस्तों के लिए कुछ भी कर सकता हो। उन्होंने महसूस किया कि शाहरुख खान में इस किरदार को निभाने की पूरी क्षमता है, क्योंकि शाहरुख की आंखों में स्वाभाविक जोश और ऊर्जा थी जो मैक्स के किरदार के लिए परफेक्ट थी।
शाहरुख ने भी इस फिल्म को इसलिए स्वीकार किया क्योंकि उन्हें लगा कि यह उनकी रोमांटिक छवि से अलग कुछ होगा और यह किरदार उन्हें एक नई चुनौती देगा। उनके लिए यह फिल्म एक ऐसा मौका था, जिसमें वे एक मजबूत और आक्रामक लीडर की भूमिका निभा सकते थे, जो दर्शकों को उनकी अभिनय की नई परतें दिखा सके।
फिल्म की कहानी और शाहरुख का किरदार
फिल्म की कहानी मैक्स डियास (शाहरुख खान) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो “ईगल्स” नामक गैंग का लीडर है। मैक्स एक विद्रोही युवक है, जो अपनी गैंग और अपनी बहन शर्ली (ऐश्वर्या राय) के लिए जान देने को तैयार है। उसका जीवन वास्को शहर में अपनी गैंग के साथ मौज-मस्ती करना, दुश्मनों से लड़ना और अपनी बहन की सुरक्षा करना है। मैक्स का सबसे बड़ा दुश्मन है प्रताप, जो दूसरी गैंग “बीच रैट्स” का लीडर है। दोनों गैंग्स के बीच की दुश्मनी पूरे शहर में हावी है।
कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब शर्ली और प्रताप के भाई राहुल (चंद्रचूर सिंह) के बीच प्यार हो जाता है। यह प्रेम कहानी मैक्स और प्रताप की दुश्मनी के बीच आती है और पूरी कहानी एक भावनात्मक संघर्ष में बदल जाती है। मैक्स, जो अपनी बहन से बहुत प्यार करता है, उसे अपने दुश्मन के भाई से प्यार होते देख बहुत गुस्से में आ जाता है। उसे इस रिश्ते को स्वीकार करना बहुत कठिन लगता है, और यहीं से फिल्म की असली कहानी शुरू होती है।
शाहरुख का किरदार फिल्म में बहुत जटिल था। वह एक ओर अपनी बहन की खुशी चाहता है, लेकिन दूसरी ओर वह अपने दुश्मन से कोई समझौता नहीं करना चाहता। उसका यह आंतरिक संघर्ष फिल्म की सबसे महत्वपूर्ण भावनात्मक धारा बन जाता है।
शाहरुख और ऐश्वर्या की भाई-बहन की केमिस्ट्री
इस फिल्म में एक और दिलचस्प पहलू यह था कि शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय भाई-बहन के रूप में नजर आए। उस समय तक ऐश्वर्या राय को ज्यादातर रोमांटिक हीरोइनों के तौर पर देखा जाता था, लेकिन “जोश” में उन्होंने शाहरुख के साथ एक भावुक और मजबूत भाई-बहन की बॉन्डिंग को पर्दे पर उतारा। दोनों की केमिस्ट्री ने दर्शकों का दिल जीत लिया, और भाई-बहन के रिश्ते को बहुत ही खूबसूरती से दिखाया गया।
शाहरुख और ऐश्वर्या के किरदारों में प्यार और स्नेह का बखूबी चित्रण किया गया है। मैक्स अपने जीवन में सब कुछ अपनी बहन शर्ली के लिए करता है, और शर्ली भी अपने भाई की हर बात का सम्मान करती है। लेकिन जब शर्ली अपने भाई के सबसे बड़े दुश्मन के भाई से प्यार करती है, तो यह प्यार और जिम्मेदारी के बीच का द्वंद्व मैक्स के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाता है।
फिल्म के मुख्य तत्व और निर्देशन
“जोश” का निर्देशन मंसूर खान ने किया, और उनकी खासियत यह थी कि वे वास्तविकता को बेहद नजदीकी से दिखाने में माहिर थे। उन्होंने गोवा के माहौल को बहुत ही अच्छे से कैप्चर किया और गैंग्स की दुश्मनी, शहर की गलियों की लड़ाई और वहां के युवाओं के संघर्ष को फिल्म में जीवंत कर दिया।
फिल्म में म्यूजिक भी बहुत पॉपुलर हुआ। “अपुन बोला तू मेरी लैला” और “सैलोर” जैसे गानों ने युवाओं के बीच फिल्म को और भी लोकप्रिय बना दिया। शाहरुख ने भी इन गानों में अपने जोशीले अंदाज से दर्शकों को खूब मनोरंजन दिया।
फिल्म की थीम और शाहरुख की परफॉर्मेंस
फिल्म “जोश” की थीम थी प्यार, दुश्मनी, और पारिवारिक संबंधों के बीच का संघर्ष। शाहरुख खान ने मैक्स के किरदार को बेहद ऊर्जा और जुनून के साथ निभाया। उनके अंदर का विद्रोही और उनके चेहरे पर हमेशा नजर आने वाला गुस्सा उनके किरदार को बहुत वास्तविक बनाता है।
फिल्म में शाहरुख की परफॉर्मेंस को आलोचकों ने भी सराहा। उन्होंने एक गैंग लीडर के रूप में जो शक्ति और आक्रोश दिखाया, वह उनके अन्य रोमांटिक किरदारों से बहुत अलग था। इस फिल्म में उन्होंने दिखाया कि वे सिर्फ एक रोमांटिक हीरो ही नहीं, बल्कि एक ऐसे अभिनेता हैं जो हर तरह के किरदारों में ढल सकते हैं।
“जोश” की विरासत
“जोश” बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी हिट साबित हुई और इसने शाहरुख खान के करियर को एक नया मोड़ दिया। इस फिल्म ने यह साबित कर दिया कि शाहरुख खान केवल रोमांटिक भूमिकाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे गंभीर और आक्रामक किरदारों में भी बेहतरीन काम कर सकते हैं।
इस फिल्म के बाद शाहरुख खान ने और भी कई अलग-अलग भूमिकाएं कीं, लेकिन “जोश” ने उनके करियर में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया। फिल्म में शाहरुख की जोशीली और उग्र भूमिका, मंसूर खान का निर्देशन, और ऐश्वर्या राय के साथ उनकी भाई-बहन की केमिस्ट्री को दर्शकों ने बहुत पसंद किया।
“जोश” एक ऐसी फिल्म है जिसमें शाहरुख खान ने अपनी अभिनय क्षमता का एक नया पक्ष दिखाया। उनकी जोशीली और विद्रोही भूमिका, भावनात्मक गहराई और पारिवारिक रिश्तों को लेकर उनकी भावनाएं फिल्म की सबसे बड़ी ताकत थीं।