Indian: सनी देओल, जो अपने शक्तिशाली डायलॉग्स, दमदार एक्शन और देशभक्ति से भरपूर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, ने 2001 में रिलीज़ हुई फिल्म “इंडियन” में एक ऐसा किरदार निभाया, जिसे उनके करियर के महत्वपूर्ण किरदारों में गिना जाता है। सनी देओल के करियर में एक्शन और देशभक्ति हमेशा से उनकी पहचान रही है, और “इंडियन” भी इसी पैटर्न पर फिट होती है। परंतु, क्या आप जानते हैं कि सनी देओल को यह फिल्म कैसे मिली और इसके पीछे की कहानी क्या थी? आइए जानते हैं इस फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें और कैसे सनी देओल को फिल्म “इंडियन” में यह अहम रोल मिला।
- फिल्म की शुरुआत और प्लॉट
फिल्म “इंडियन” का निर्देशन निखिल आडवाणी ने किया था और इसकी कहानी एक बहादुर और ईमानदार पुलिस अफसर के संघर्ष पर आधारित थी, जो देश के भ्रष्ट सिस्टम और आतंकवाद से लड़ता है। फिल्म का मूल प्लॉट एक ऐसे पुलिस अफसर की कहानी है, जो अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान है और किसी भी कीमत पर देशहित के लिए काम करने से पीछे नहीं हटता। इस फिल्म में सिस्टम के खिलाफ उसकी लड़ाई और देश के लिए उसका जुनून प्रमुख विषय थे।
फिल्म के मुख्य किरदार में एक मजबूत, निर्भीक और देशभक्त पुलिस अफसर की भूमिका थी, और इसके लिए एक ऐसे अभिनेता की जरूरत थी जो इस चरित्र को बखूबी निभा सके। निर्देशक और निर्माता इस किरदार के लिए एक ऐसे स्टार की तलाश में थे, जिसकी छवि एक्शन और देशभक्ति के साथ मेल खाती हो।
- सनी देओल पर नज़र
सनी देओल उस समय बॉलीवुड में एक ऐसे अभिनेता के रूप में जाने जाते थे, जो देशभक्ति और एक्शन फिल्मों में खुद को साबित कर चुके थे। उनकी फिल्में जैसे “घायल”, “गदर: एक प्रेम कथा”, “जीत”, और “बॉर्डर” ने दर्शकों के दिलों में उनके लिए खास जगह बनाई थी। खासकर “बॉर्डर” और “गदर” में उनकी देशभक्ति और एक्शन से भरी भूमिकाएं उनकी छवि को और भी मजबूत कर चुकी थीं।
जब निर्देशक निखिल आडवाणी और निर्माता कंपनी को “इंडियन” के लिए एक मुख्य अभिनेता की तलाश थी, तब सनी देओल का नाम सबसे पहले उनके दिमाग में आया। सनी देओल की छवि एक मजबूत और देशभक्त हीरो की थी, जो किसी भी सिस्टम के खिलाफ लड़ने से नहीं कतराता। उनकी आवाज, उनकी बॉडी लैंग्वेज और उनका बेखौफ अंदाज़ इस किरदार के लिए बिल्कुल उपयुक्त थे।
- सनी देओल का रोल चुनने की वजह
सनी देओल को “इंडियन” के लिए अप्रोच किया गया, और जब उन्हें फिल्म की स्क्रिप्ट सुनाई गई, तो वे तुरंत इस प्रोजेक्ट में रुचि लेने लगे। इसका एक बड़ा कारण यह था कि फिल्म की कहानी देशभक्ति पर आधारित थी और यह भ्रष्टाचार और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर गहराई से बात करती थी।
सनी देओल का हमेशा से मानना रहा है कि वे ऐसी फिल्मों का हिस्सा बनना चाहते हैं जो समाज में एक मजबूत संदेश दे सकें। “इंडियन” की स्क्रिप्ट ने उन्हें इसी दिशा में आकर्षित किया। फिल्म का मुख्य किरदार, जो एक आदर्श पुलिस अफसर है और अपने देश की सेवा के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार है, सनी के लिए एक आदर्श रोल था।
सनी देओल को कहानी में न सिर्फ एक्शन और ड्रामा का तड़का पसंद आया, बल्कि किरदार के साथ जुड़ी भावनात्मक और नैतिक जिम्मेदारियों ने भी उन्हें आकर्षित किया। यह एक ऐसा किरदार था, जो समाज की बुराइयों से लड़ने के साथ-साथ व्यक्तिगत संघर्षों से भी जूझ रहा था, और सनी देओल ने इस चुनौती को स्वीकार किया।
- फिल्म के लिए तैयारी
सनी देओल ने फिल्म “इंडियन” के लिए गहन तैयारी की। उनके किरदार को एक ईमानदार और आदर्श पुलिस अफसर के रूप में दिखाया गया था, जो सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होता है।
सनी, जो पहले भी कई एक्शन फिल्मों में काम कर चुके थे, इस फिल्म के लिए भी उन्होंने अपना शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाए रखा। उन्होंने पुलिस अफसर के किरदार की बारीकियों को समझने के लिए पुलिस की कार्यशैली का अध्ययन किया और अपने किरदार को असली दिखाने के लिए कड़ी मेहनत की।
फिल्म में कई एक्शन सीन थे, जिनमें सनी ने अपने पुराने अंदाज में दमदार परफॉर्मेंस दी। खासकर फिल्म के क्लाइमैक्स सीन में उनका संघर्ष और सिस्टम के खिलाफ उनकी लड़ाई ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
- फिल्म की शूटिंग के दौरान दिलचस्प घटनाएं
फिल्म “इंडियन” की शूटिंग के दौरान सनी देओल का डेडिकेशन और मेहनत सेट पर चर्चा का विषय बने रहे। सनी देओल, जो अपने काम में पूरी तरह से डूब जाते हैं, इस फिल्म में भी अपने किरदार में पूरी तरह रम गए थे।
फिल्म के कुछ सीन्स में वास्तविक पुलिस स्टेशनों और जेलों में शूटिंग की गई, ताकि फिल्म में रियलिज्म का टच आ सके। सनी ने इन सीन्स के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार किया और अपने हर एक्शन सीन को खुद परफॉर्म किया, बिना किसी बॉडी डबल का सहारा लिए।
एक दिलचस्प बात यह भी है कि फिल्म के दौरान सनी देओल ने अपने किरदार में ढलने के लिए अपने वास्तविक जीवन के अनुभवों को भी शामिल किया। वे अपने अनुभवों और विचारों को डायरेक्टर के साथ साझा करते रहते थे, ताकि किरदार और भी सजीव बन सके।
- फिल्म का संगीत और डायलॉग्स
“इंडियन” का संगीत और डायलॉग्स फिल्म की एक और बड़ी खासियत थे। फिल्म के संगीतकार आनंद-मिलिंद थे, और उन्होंने फिल्म के गानों को ऐसे ढंग से तैयार किया कि वे फिल्म की थीम से मेल खाते हुए लगे।
सनी देओल के किरदार के डायलॉग्स फिल्म में काफी दमदार थे। फिल्म का प्रसिद्ध डायलॉग “हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा” आज भी दर्शकों को याद है। सनी देओल के लिए इस तरह के दमदार डायलॉग्स बोलना कोई नई बात नहीं थी, लेकिन “इंडियन” में उनके इन डायलॉग्स ने फिल्म को और भी प्रभावशाली बना दिया।
- फिल्म की रिलीज और प्रतिक्रिया
जब “इंडियन” 2001 में रिलीज़ हुई, तो इसे दर्शकों से मिला-जुला रिस्पॉन्स मिला। फिल्म को आलोचकों से अच्छी सराहना मिली, खासकर सनी देओल के अभिनय के लिए। उनका पुलिस अफसर के रूप में दमदार प्रदर्शन और एक्शन सीक्वेंस दर्शकों को काफी पसंद आए।
हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई, लेकिन सनी देओल की परफॉर्मेंस की खूब तारीफ हुई। फिल्म की कहानी, जिसमें देशभक्ति और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को प्रमुखता दी गई थी, ने सनी की देशभक्त छवि को और भी मजबूत किया।