2007 में रिलीज़ हुई फिल्म Apne बॉलीवुड की उन चुनिंदा फिल्मों में से एक थी जिसमें तीन पीढ़ियों के देओल एक साथ नजर आए — धर्मेंद्र, सनी देओल और बॉबी देओल। यह फिल्म एक पिता के अधूरे सपने और बेटों के संघर्ष की कहानी थी। दर्शकों ने इसे दिल से अपनाया क्योंकि यह भावनाओं से भरपूर थी। लेकिन सनी देओल को यह रोल कैसे मिला? यह जानना अपने आप में बहुत दिलचस्प है।
धर्मेंद्र का सपना था ‘अपने’ बनाना
इस फिल्म का आइडिया खुद धर्मेंद्र का था। वे लंबे समय से एक ऐसी फिल्म बनाना चाहते थे जिसमें वे अपने दोनों बेटों के साथ स्क्रीन शेयर करें। उन्होंने निर्देशक अनिल शर्मा से बात की जो पहले गदर जैसी बड़ी फिल्म बना चुके थे। धर्मेंद्र ने उनसे कहा कि एक ऐसी कहानी बनाई जाए जिसमें परिवार, खेल और इमोशन्स हो — और फिर बनी ‘अपने’ की रूपरेखा।
सनी देओल के लिए लिखा गया किरदार
फिल्म में सनी देओल का किरदार एक पूर्व बॉक्सर का है जो अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करना चाहता है। जब स्क्रिप्ट तैयार हो रही थी, तभी से ये किरदार सनी देओल के लिए ही लिखा जा रहा था। अनिल शर्मा ने खुद कहा था कि सनी की मजबूत बॉडी, दमदार डायलॉग डिलीवरी और गंभीर स्क्रीन प्रेजेंस इस किरदार के लिए एकदम फिट थी। यही वजह थी कि उन्हें ऑफिशियली ऑफर देने से पहले ही किरदार उनके नाम कर दिया गया था।
बॉबी और सनी ने बिना स्क्रिप्ट पढ़े हामी भरी
जब धर्मेंद्र ने अपने बेटों को बताया कि वो एक फिल्म बना रहे हैं जिसमें वे तीनों साथ नजर आएंगे, तो सनी और बॉबी दोनों ने बिना स्क्रिप्ट पढ़े फिल्म के लिए हां कह दिया। उनके लिए यह सिर्फ एक फिल्म नहीं थी, बल्कि एक पारिवारिक सपना था जिसे वो परदे पर जीना चाहते थे। सनी ने इस किरदार के लिए खासतौर पर फिजिकल ट्रेनिंग भी की ताकि बॉक्सिंग सीन रियल लगें।
भावनाओं और संघर्ष से भरी शूटिंग
फिल्म की शूटिंग के दौरान कई सीन ऐसे थे जहां भावनाएं असल लगती थीं क्योंकि वे रियल फादर-सन थे। एक सीन में जब धर्मेंद्र अस्पताल में होते हैं और सनी भावुक होकर बोलते हैं, वो सीन दर्शकों को आज भी याद है। खुद सनी ने इंटरव्यू में कहा था कि उस सीन में उन्हें सचमुच अपने पापा की हालत देखकर आंसू आ गए थे।