Nagina: Shree devi, बॉलीवुड की सबसे प्रसिद्ध और प्रिय अभिनेत्री, जिनकी अदाकारी, डांस और आकर्षक व्यक्तित्व ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक खास स्थान दिलाया। 80 और 90 के दशक में उनके अभिनय के जलवे ने उन्हें एक आइकॉन बना दिया। उनके करियर की सबसे खास और ऐतिहासिक फिल्मों में से एक थी ‘नगीना’ (1986)। यह फिल्म उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई और उन्होंने इस फिल्म के जरिए एक बिल्कुल नए और चुनौतीपूर्ण किरदार को पर्दे पर जीवंत किया।
‘नगीना’ में श्रीदेवी को रोल कैसे मिला?
‘नगीना’ फिल्म की कहानी और किरदार कुछ अलग और खास था। इस फिल्म में श्रीदेवी ने एक नागिन का किरदार निभाया, जो मनुष्य रूप में बदलकर अपनी मृत्यु का बदला लेने आती है। फिल्म का निर्देशन हरि शंकर ने किया था, और उन्होंने एक ऐसी अभिनेत्री की तलाश की थी जो इस काल्पनिक और रहस्यमयी किरदार में जान डाल सके। श्रीदेवी का नाम पहले से ही फिल्म इंडस्ट्री में बड़ा था, लेकिन ‘नगीना’ में उनका किरदार एक नई दिशा में था। जब फिल्म का स्क्रिप्ट श्रीदेवी को सुनाया गया, तो उन्होंने इसे तुरंत स्वीकार कर लिया क्योंकि यह रोल उन्हें एक नई चुनौती दे रहा था और यह उनके अभिनय के लिए एक नया अवसर था।
‘नगीना’ में श्रीदेवी का जादुई किरदार
श्रीदेवी का किरदार इस फिल्म में एक नागिन का था, जो इंसान की तरह बदलकर अपने पति की हत्या का बदला लेने आती है। फिल्म में श्रीदेवी का लुक, उनके अभिनय के साथ-साथ उनकी स्क्रीन पर मौजूदगी ने इस किरदार को एक नया आयाम दिया। फिल्म में नागिन के रूप में उनका अवतार दर्शकों के लिए एक नई और रोमांचक अनुभव था। उनका यह किरदार फिल्म इंडस्ट्री में एक नया ट्रेंड बना गया।
श्रीदेवी का डांस और गाने की प्रसिद्धि
‘नगीना’ में श्रीदेवी के डांस नंबर “मां तेरा तेरा” को आज भी दर्शक बड़े चाव से सुनते और देखते हैं। इस गाने में श्रीदेवी का हर मूव, उनकी शारीरिक भंगिमाएं और भाव-भंगिमाएं दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। इस गाने का संगीत और श्रीदेवी का अद्वितीय प्रदर्शन उसे आज भी एक क्लासिक बना देता है। यह गाना फिल्म के सबसे आइकॉनिक गानों में से एक बन गया है और श्रीदेवी की डांस स्किल्स को उजागर करता है।
फिल्म की सफलता का राज
‘नगीना’ फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि इसने श्रीदेवी की स्टारडम को और बढ़ा दिया। फिल्म ने यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ रोमांटिक फिल्मों की हीरोइन नहीं, बल्कि किसी भी चुनौतीपूर्ण भूमिका को बखूबी निभा सकती हैं। इस फिल्म की सफलता के बाद दर्शकों और फिल्म निर्माताओं की नजरें श्रीदेवी पर और भी ज्यादा केंद्रित हो गईं, और उनके करियर को नई दिशा मिली। ‘नगीना’ ने यह भी दर्शाया कि बॉलीवुड में अब सुपरनेचुरल और रहस्यमयी फिल्मों की मांग बढ़ रही है।
विजुअल इफेक्ट्स और मेकअप का प्रयोग
‘नगीना’ फिल्म में उस समय के वीएफएक्स (विजुअल इफेक्ट्स) का उपयोग किया गया था, जो उस वक्त के लिए एक नया और अनोखा अनुभव था। श्रीदेवी के नागिन रूप को खास बनाने के लिए मेकअप और स्पेशल डिजाइन का उपयोग किया गया। उनके आंखों के हाव-भाव, शरीर की मुद्रा और उनके डांस मूव्स ने इस किरदार को और भी जादुई बना दिया। फिल्म में दिखाए गए नागिन के लुक ने दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित किया और यह फिल्म के सबसे खास तत्वों में से एक बन गया।
श्रीदेवी का अभिनय और उसका प्रभाव
‘नगीना’ फिल्म ने न केवल श्रीदेवी को एक नई पहचान दी, बल्कि पूरे बॉलीवुड को एक नया रास्ता दिखाया। इस फिल्म के बाद, बॉलीवुड में सुपरनेचुरल और मैजिकल कहानियों की मांग बढ़ी। श्रीदेवी ने इस फिल्म में अपनी मेहनत और अदाकारी से यह साबित कर दिया कि वह किसी भी रोल में जान डालने की क्षमता रखती हैं। इस फिल्म से पहले उनकी पहचान रोमांटिक और सशक्त नायिका के रूप में थी, लेकिन ‘नगीना’ ने उन्हें एक और लीक से हटकर अभिनय करने का अवसर दिया। उनके अभिनय ने बॉलीवुड को यह दिखा दिया कि वह सिर्फ एक रोमांटिक हीरोइन नहीं, बल्कि किसी भी प्रकार की चुनौतीपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
फिल्म ‘नगीना’ और उसकी धरोहर
‘नगीना’ सिर्फ श्रीदेवी के करियर का एक अहम हिस्सा नहीं थी, बल्कि यह बॉलीवुड की एक कालातीत फिल्म बन गई। श्रीदेवी की अदाकारी, उनका स्टाइल और फिल्म के गाने आज भी लोगों के दिलों में ताजे हैं। फिल्म के गाने, उनके डांस और श्रीदेवी के अभिनय के कारण यह फिल्म आज भी भारतीय सिनेमा के इतिहास का हिस्सा बन चुकी है। श्रीदेवी के निभाए गए नागिन के किरदार ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया और उन्हें भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की एक किंवदंती बना दिया।
‘नगीना’ फिल्म न केवल श्रीदेवी के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि इसने बॉलीवुड को एक नई दिशा दी। यह फिल्म अब तक भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक क्लासिक के रूप में जानी जाती है। श्रीदेवी के अभिनय और उनके डांस ने इस फिल्म को एक कालातीत और अविस्मरणीय अनुभव बना दिया। ‘नगीना’ से जुड़ी यादें आज भी लोगों के दिलों में ताजा हैं और श्रीदेवी का नाम हमेशा भारतीय सिनेमा में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।