फिल्म Safar 1970 में रिलीज़ हुई थी और यह एक बेहद सफल रोमांटिक ड्रामा थी। इस फिल्म ने शत्रुघ्न सिन्हा, राजेश खन्ना और शर्मिला टागोर को बहुत प्रसिद्धि दिलाई। खास बात ये है कि शर्मिला टागोर को इस फिल्म में रोल मिलने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। चलिए जानते हैं कुछ खास किस्से।
शुरुआत में रोल पर खास सोच
फिल्म के निर्देशक चेतन आनंद ने अपनी कहानी के लिए एक ऐसे किरदार की तलाश की जो सरल, खूबसूरत और भावुक हो। शर्मिला टागोर की नेचुरल एक्टिंग और मासूमियत ने उन्हें इस रोल के लिए बिलकुल सही माना गया। वे उस वक्त अपने अभिनय के शीर्ष पर थीं, इसलिए इस फिल्म के लिए उनकी पसंद स्वाभाविक थी।
पहली पसंद नहीं थी शर्मिला
असली मज़ेदार बात ये है कि शुरू में फिल्म की भूमिका के लिए कई दूसरी अभिनेत्री भी विचाराधीन थीं। लेकिन बाद में चेतन आनंद ने शर्मिला टागोर की अदाकारी और व्यक्तित्व को देखते हुए उन्हें चुना। उनका कनेक्शन फिल्म की भावुक कहानी से बहुत गहरा था।
शर्मिला की तैयारी और मेहनत
शर्मिला टागोर ने इस रोल के लिए गहरी तैयारी की थी। उन्होंने अपने किरदार की भावनाओं को महसूस करने के लिए खुद को पूरी तरह कहानी में डुबो दिया। उनकी संवेदनशीलता और मासूमियत ने किरदार को और भी जिंदा कर दिया।
सेट पर हंसी-मज़ाक और प्रोफेशनलिज्म
फिल्म के दौरान शर्मिला टागोर और राजेश खन्ना के बीच अच्छी दोस्ती बन गई थी। सेट पर वे हमेशा मस्ती करते और काम को गंभीरता से लेते। उनकी केमिस्ट्री ने फिल्म को खास बनाया और दर्शकों को बहुत पसंद आई।
Safar की सफलता और शर्मिला का जलवा
फिल्म Safar बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और शर्मिला टागोर की एक्टिंग को बहुत सराहा गया। इस फिल्म ने उन्हें रोमांटिक हीरोइन के रूप में और भी पक्का स्थान दिलाया। उनकी भावुक अदाकारी ने लोगों के दिलों को छू लिया और ये रोल आज भी यादगार माना जाता है।