‘Pardes’ 1997 में आई एक ऐसी फिल्म थी, जिसने न केवल Shahrukh Khan के करियर को एक नई दिशा दी, बल्कि बॉलीवुड की हिट फिल्मों की लिस्ट में भी इसे एक अहम स्थान दिलवाया। इस फिल्म का निर्देशन सूरज बड़जात्या ने किया था, जो पहले से ही ‘बेवफा’, ‘हम साथ साथ हैं’ जैसी फिल्मों से अपनी पहचान बना चुके थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म में शाहरुख़ को कैसे लीड रोल मिला? आइए जानते हैं फिल्म की इस दिलचस्प कहानी के बारे में।
सूरज बड़जात्या के लिए शाहरुख़ खान की तलाश
जब सूरज बड़जात्या ने ‘परदेस’ की स्क्रिप्ट लिखी थी, तो उन्होंने इस फिल्म में एक ऐसे अभिनेता की तलाश की, जो न केवल रोमांटिक हीरो हो, बल्कि भारतीय संस्कृति और परिवार के महत्व को अच्छे से समझे। इस फिल्म में शाहरुख़ खान का किरदार था अर्जुन, जो एक अमेरिकी भारतीय परिवार का सदस्य होता है और उसे भारत में अपनी जड़ों को पहचानने का मौका मिलता है।
हालांकि, सूरज बड़जात्या की फिल्में आम तौर पर सलमान खान या माधुरी दीक्षित के साथ होती थीं, लेकिन ‘परदेस’ में शाहरुख़ खान को लेने का विचार थोड़ा अलग था। शाहरुख़ खान, जो पहले ही रोमांटिक फिल्मों के हीरो बन चुके थे, इस रोल के लिए एकदम उपयुक्त लगे। लेकिन यह सब कैसे हुआ, यह एक दिलचस्प कहानी है।
फिल्म के लिए शाहरुख़ का चयन कैसे हुआ?
‘परदेस’ में शाहरुख़ खान को लेने का विचार बहुत सोच-समझ कर किया गया था। फिल्म के निर्माता सूरज बड़जात्या चाहते थे कि इस फिल्म में शाहरुख़ खान जैसा एक बड़ा नाम हो, क्योंकि वह जानते थे कि शाहरुख़ का आकर्षण और उनकी एक्टिंग के साथ-साथ फिल्म की कहानी भी दर्शकों को आकर्षित करेगी।
एक इंटरव्यू में शाहरुख़ खान ने खुद बताया था कि वह सूरज बड़जात्या के साथ काम करने के लिए बहुत उत्साहित थे, लेकिन यह रोल मिलने से पहले उन्हें कई अन्य फिल्मों के ऑफर भी मिले थे। शाहरुख़ खान ने यह भी कहा कि उन्हें इस फिल्म में किरदार निभाने के लिए सूरज बड़जात्या के साथ एक लंबी बातचीत की थी, और उन्हें महसूस हुआ कि फिल्म की कहानी उनके व्यक्तित्व से मेल खाती है।
शाहरुख़ खान और ‘परदेस’ की कहानी
‘परदेस’ की कहानी अर्जुन (शाहरुख़ खान) के बारे में है, जो अमेरिका में अपने माता-पिता के साथ रहता है और अपने भारतीय मूल को समझने के लिए भारत आता है। अर्जुन का देश प्रेम, भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति प्रेम फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस फिल्म में शाहरुख़ खान का किरदार एक परफेक्ट भारतीय नायक था, जो विदेश में पलकर भी अपनी जड़ों को नहीं भूलता।
फिल्म में शाहरुख़ के साथ महिमा चौधरी और आलोक नाथ जैसे अभिनेता भी थे। महिमा ने फिल्म में गंगा का किरदार निभाया, जो अर्जुन के दिल को छूने वाली महिला होती है। शाहरुख़ की जोड़ी महिमा के साथ बहुत ही शानदार लगी, और उनकी केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब सराहा।
‘परदेस’ का शाहरुख़ खान के करियर में प्रभाव
‘परदेस’ के साथ शाहरुख़ खान का करियर एक नई ऊंचाई पर पहुंचा। फिल्म की सफलता ने उन्हें सिर्फ रोमांटिक हीरो से कहीं अधिक साबित किया। उनके अभिनय की गहराई, भावनात्मक अभिव्यक्ति, और फिल्म में दिखाए गए भारतीय मूल्यों ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई।
इस फिल्म के बाद शाहरुख़ ने कई और सफल फिल्मों में अभिनय किया, और बॉलीवुड में ‘रोमांस किंग’ के रूप में अपनी पहचान बनाई। हालांकि, ‘परदेस’ ने उन्हें एक विचारशील और जिम्मेदार अभिनेता के रूप में प्रस्तुत किया।
‘परदेस’ न केवल शाहरुख़ खान के करियर के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि बॉलीवुड में एक नई किस्म की फिल्म की शुरुआत भी थी। यह फिल्म शाहरुख़ के लिए एक यादगार अनुभव साबित हुई, और साथ ही यह भी दर्शाती है कि सही समय पर सही फिल्म चुनना एक अभिनेता के करियर के लिए कितनी महत्वपूर्ण बात होती है। शाहरुख़ का यह किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में बसा हुआ है और फिल्म के प्रति उनके प्यार को कभी भुलाया नहीं जा सकता।