फिल्म Paheli साल 2005 में रिलीज़ हुई थी और यह एक राजस्थानी लोककथा पर आधारित थी। इस फिल्म को डायरेक्ट किया था दिग्गज निर्देशक अमोल पालेकर ने और प्रोड्यूसर खुद शाहरुख़ ख़ान थे। यह एक ऐसी प्रेम कहानी है जो एक आत्मा और एक महिला के बीच होती है। फिल्म अपने विषय और प्रस्तुति के कारण उस समय बॉलीवुड में सबसे हटकर फिल्मों में गिनी गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के लिए शाहरुख़ ख़ान को चुनने के पीछे कितनी दिलचस्प कहानी है?
शाहरुख को नहीं था यकीन कि लोग इसे देखेंगे
जब निर्देशक अमोल पालेकर इस प्रोजेक्ट के लिए किसी बड़े स्टार की तलाश कर रहे थे, तब उनका ध्यान शाहरुख़ ख़ान पर गया। हालांकि शुरुआत में शाहरुख़ को लगा कि यह कहानी बहुत अलग है और शायद लोगों को समझ में नहीं आएगी। एक आत्मा और इंसान की प्रेमकथा को लेकर उन्हें संदेह था कि क्या यह फिल्म उनके फैंस को पसंद आएगी। पर जब उन्होंने स्क्रिप्ट पढ़ी तो उन्हें इसमें कुछ बहुत भावनात्मक और रहस्यमय लगा जो उन्हें छू गया।
दोहरी भूमिका से शाहरुख़ हुए प्रभावित
इस फिल्म में शाहरुख़ ख़ान को एक साथ दो किरदार निभाने थे – एक आम पति और दूसरा एक आत्मा का रूप। इस दोहरे किरदार ने उन्हें सबसे ज्यादा आकर्षित किया। वे हमेशा से ऐसे रोल करना चाहते थे जो चुनौतीपूर्ण और हटकर हों। ‘पहेली’ ने उन्हें वह मौका दिया। यह किरदार अभिनय कौशल की परीक्षा था और शाहरुख़ के लिए यह एक कलाकार के रूप में खुद को एक्सप्लोर करने का अवसर था।
रानी मुखर्जी के साथ फिर बनी शानदार जोड़ी
फिल्म में शाहरुख़ के साथ मुख्य भूमिका में थीं रानी मुखर्जी। दोनों की ऑन-स्क्रीन जोड़ी पहले से हिट रही थी और पहेली में भी उनकी केमिस्ट्री ने दर्शकों को भावुक कर दिया। शाहरुख़ ने बाद में एक इंटरव्यू में कहा था कि रानी के बिना ‘पहेली’ अधूरी होती। दोनों कलाकारों ने फिल्म को बहुत आत्मीयता के साथ निभाया।
ऑस्कर की दौड़ में भी रही फिल्म
‘पहेली’ भारत की तरफ से ऑस्कर 2006 में Best Foreign Language Film कैटेगरी के लिए ऑफिशियल एंट्री थी। यह बात खुद शाहरुख़ के लिए गर्व की बात थी क्योंकि यह उनकी प्रोडक्शन कंपनी Red Chillies Entertainment की शुरुआती फिल्मों में से एक थी। हालांकि फिल्म ने ऑस्कर नहीं जीता लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी काफी सराहना हुई।