1999 में रिलीज हुई ‘Sirf Tum’ एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म थी जो उस दौर की सबसे प्यारी प्रेम कहानियों में से एक बन गई। इस फिल्म में संजय कपूर को दीपक नाम का मुख्य किरदार मिला जो एक सीधा सादा मगर दिल से प्यार करने वाला इंसान होता है। उस वक्त संजय कपूर का करियर कुछ खास नहीं चल रहा था लेकिन इस फिल्म ने उन्हें एक नई पहचान दी।
शिवानी की चिट्ठियों से शुरू हुई थी कहानी
फिल्म ‘सिर्फ तुम’ दरअसल एक तेलुगु फिल्म ‘कधल कोटाई’ का हिंदी रीमेक थी। निर्देशक अगाथियन ने जब इसकी हिंदी स्क्रिप्ट तैयार की तो उन्हें दीपक के किरदार के लिए एक ऐसे चेहरे की तलाश थी जो मासूम लगे और दर्शकों से जुड़ सके। शुरुआत में कई बड़े सितारों को यह रोल ऑफर किया गया था लेकिन किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।
बोनी कपूर की भूमिका से मिला संजय को मौका
संजय कपूर के बड़े भाई बोनी कपूर इस फिल्म के निर्माण से जुड़े थे। जब संजय को स्क्रिप्ट दी गई तो उन्होंने तुरंत फिल्म करने की इच्छा जताई क्योंकि उन्हें इसमें किरदार का इमोशनल पहलू बहुत पसंद आया। निर्देशक ने भी माना कि संजय की मासूमियत और शांत स्वभाव दीपक के किरदार के लिए बिल्कुल फिट है।
प्रीति जिंटा को क्यों किया गया रिप्लेस
इस फिल्म में शुरुआत में शिवानी के किरदार के लिए प्रीति जिंटा का नाम सामने आया था। लेकिन किसी कारणवश वह फिल्म से बाहर हो गईं और फिर सुष्मिता सेन और अंत में प्रिय गिल को यह किरदार दिया गया। प्रिय गिल की सादगी और नयापन फिल्म की कहानी के अनुरूप था।
फिल्म के गाने बन गए आइकॉनिक
‘दिलबर दिलबर’, ‘पहली पहली बार मिला है’ और ‘तुम मेरे हो’ जैसे गानों ने फिल्म को जबरदस्त हिट बना दिया। संजय कपूर के करियर में यह फिल्म एक लव आइकन की छवि लेकर आई। कई दर्शकों को यह विश्वास ही नहीं हुआ कि संजय कपूर इस तरह रोमांटिक अंदाज में भी पर्दे पर आ सकते हैं।