फिल्म ‘Sapnon Ka Mandir’ में Jeetendra को कैसे मिला रोल? जानिए फिल्म के कुछ दिलचस्प किस्से

फिल्म ‘Sapnon Ka Mandir’ में Jeetendra को कैसे मिला रोल? जानिए फिल्म के कुछ दिलचस्प किस्से

फिल्म ‘Sapnon Ka Mandir’ में जीतेंद्र को रोल मिलने की कहानी बेहद दिलचस्प और प्रेरणादायक है। यह फिल्म 1991 में रिलीज हुई थी और इसे K. Bapaiah ने निर्देशित किया था। यह एक पारिवारिक ड्रामा थी जिसमें जीतेंद्र ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में उनका किरदार एक सच्चे परिवार के मुखिया का था, जो अपने परिवार के लिए हर चुनौती का सामना करता है।

रोल के लिए पहली पेशकश और उनकी प्रतिक्रिया

जब ‘Sapnon Ka Mandir’ की स्क्रिप्ट तैयार हुई तो निर्देशक और निर्माता ने सोचा कि फिल्म की भावनाओं को सही ढंग से प्रस्तुत करने के लिए एक ऐसा अभिनेता चाहिए जो परिवार और रिश्तों को समझता हो। जीतेंद्र उस समय बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद अभिनेताओं में से एक थे। उन्होंने अपने अभिनय के जरिए कई परिवार आधारित फिल्मों में दर्शकों का दिल जीता था।

कहते हैं कि स्क्रिप्ट पढ़ते ही जीतेंद्र को कहानी बेहद पसंद आई। उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके दिल के बहुत करीब है क्योंकि इसमें परिवार, प्रेम और त्याग की बातें हैं जो हर किसी के जीवन से जुड़ी होती हैं। इसके बाद उन्होंने इस फिल्म में काम करने का फैसला किया।

फिल्म की शूटिंग के दौरान जीतेंद्र का समर्पण

‘Sapnon Ka Mandir’ की शूटिंग के दौरान जीतेंद्र ने अपने किरदार को जीवंत बनाने के लिए खूब मेहनत की। उन्होंने अपने संवादों को पूरी गंभीरता से सीखा और अपने भाव-भंगिमा के जरिए किरदार की संवेदनशीलता को दर्शाया। जीतेंद्र सेट पर हमेशा प्रोफेशनल और विनम्र स्वभाव के थे।

फिल्म की कहानी भावनात्मक थी इसलिए जीतेंद्र ने अपने सह-कलाकारों के साथ तालमेल बिठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कई बार वे शूटिंग के बाद भी डायलॉग और सीन पर चर्चा करते थे ताकि हर दृश्य में असली एहसास दिखे। उनकी मेहनत का नतीजा स्क्रीन पर साफ झलकता था।

फिल्म की सफलता और दर्शकों का प्यार

जब ‘Sapnon Ka Mandir’ रिलीज हुई तो दर्शकों ने इसे काफी पसंद किया। जीतेंद्र के अभिनय की खूब सराहना हुई। उनकी भूमिका ने लोगों के दिलों को छू लिया। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया।

इस फिल्म ने जीतेंद्र की छवि को एक जिम्मेदार परिवार वाले की तरह मजबूत किया। साथ ही फिल्म के कुछ गीत और सीन आज भी दर्शकों की यादों में ताज़ा हैं। फिल्म के भावुक दृश्य और जीतेंद्र की अभिनय प्रतिभा ने इसे एक यादगार फिल्म बना दिया।

कुछ दिलचस्प किस्से

फिल्म की शूटिंग के दौरान एक मजेदार किस्सा यह है कि एक सीन में जीतेंद्र को इतना भावुक होना था कि वे खुद भी रो पड़े। उस समय सेट पर मौजूद सभी लोग उनकी सच्ची भावनाओं से प्रभावित हो गए।

एक और बात यह है कि जीतेंद्र ने फिल्म के गानों के लिए भी खास मेहनत की। वे गानों के लिए कई बार अभ्यास करते थे ताकि हर बार एक्शन और भावनाओं का संतुलन बना रहे।

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