फिल्म ‘Aaj Ka Daur’ 1985 में आई थी और इसने Jackie Shroff के करियर को नई ऊंचाई दी थी। इस फिल्म में जैकी श्रॉफ के रोल को लेकर कई दिलचस्प किस्से हैं। जैकी श्रॉफ उस समय इंडस्ट्री में नए थे और उनकी पहचान ‘हीरो’ फिल्म से बननी शुरू हुई थी। मगर ‘आज का दौर’ में उन्हें चुनना डायरेक्टर के लिए आसान फैसला नहीं था।
डायरेक्टर क्यों थे असमंजस में
फिल्म के डायरेक्टर केतन मेहता थे और उनके सामने चुनौती थी कि किस एक्टर को मुख्य रोल में लिया जाए। जैकी श्रॉफ का नाम प्रोड्यूसर ने सुझाया लेकिन डायरेक्टर को लगा कि जैकी थोड़े रफ और रॉ किस्म के इंसान हैं जबकि रोल के लिए एक सुलझे हुए और इमोशनल हीरो की जरूरत थी। इसलिए शुरुआत में जैकी को लेकर शंका बनी रही।
ऑडिशन में कैसे छाए जैकी
फिर जैकी श्रॉफ को स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया गया। उन्होंने अपने लुक और डायलॉग डिलीवरी से सबको चौंका दिया। डायरेक्टर ने माना कि जैकी के पास एक नैचुरल मास अपील है और उनके अंदर जो इनोसेंस है वह इस किरदार के लिए परफेक्ट है। जैकी की आंखों की सच्चाई और उनके चेहरे की मासूमियत ने टीम का दिल जीत लिया।
शूटिंग के दौरान क्या-क्या हुआ मजेदार
फिल्म की शूटिंग के दौरान कई मजेदार किस्से हुए। जैकी श्रॉफ ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें घुड़सवारी सीखनी पड़ी थी क्योंकि फिल्म में एक सीन था जिसमें उन्हें घोड़े पर दौड़ना था। शुरुआत में जैकी को डर लगता था मगर बाद में वह इतने एक्सपर्ट हो गए कि खुद घोड़े को संभालने लगे। इसके अलावा शूटिंग के दौरान एक सीन में जैकी ने स्टंट खुद किया था जिसमें उन्हें हल्की चोट भी लग गई थी। मगर उन्होंने शूटिंग रोकने से मना कर दिया।
इस फिल्म ने क्या बदला जैकी के करियर में
‘आज का दौर’ जैकी श्रॉफ के करियर में एक टर्निंग पॉइंट साबित हुई। इस फिल्म ने उन्हें सिर्फ एक एक्शन हीरो नहीं बल्कि एक रोमांटिक और इमोशनल हीरो के रूप में भी पहचान दिलाई। इसके बाद उन्हें कई बड़ी फिल्मों में ऐसे रोल ऑफर हुए जिनमें इमोशन और ड्रामा की अहमियत थी। जैकी खुद मानते हैं कि अगर उन्हें ‘आज का दौर’ में मौका न मिला होता तो उनका करियर शायद इतनी तेजी से न बढ़ पाता।

