साल 2001 में आई फिल्म ‘Lagaan ‘ आज भी भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में गिनी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के बनने की कहानी भी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। इस फिल्म का निर्देशन किया था आशुतोष गोवारिकर ने जो पहले खुद भी एक अभिनेता रह चुके थे। उन्होंने जब ‘लगान’ की स्क्रिप्ट लिखी तो उनके मन में आमिर खान ही इस किरदार के लिए उपयुक्त लगे लेकिन आमिर को राज़ी करना आसान नहीं था।
आमिर खान ने पहले मना कर दिया था
जब आशुतोष गोवारिकर ने पहली बार आमिर खान को ‘लगान’ की स्क्रिप्ट सुनाई तो आमिर को ये कहानी कुछ अजीब सी लगी। एक गांव और अंग्रेजों के बीच क्रिकेट मैच की कहानी पर फिल्म बनाना उन्हें जोखिम भरा लगा। उन्होंने साफ मना कर दिया। लेकिन आशुतोष ने हार नहीं मानी। उन्होंने आमिर से सिर्फ एक बार पूरी स्क्रिप्ट सुनने का वादा लिया।
आमिर की मां ने बदला फैसला
आशुतोष गोवारिकर ने जब दोबारा आमिर को पूरी कहानी सुनाई तो इस बार आमिर की मां भी वहां मौजूद थीं। स्क्रिप्ट सुनने के बाद आमिर की मां को यह कहानी बहुत पसंद आई और उन्होंने आमिर को कहा कि यह फिल्म जरूर करनी चाहिए। मां की बात ने आमिर को सोचने पर मजबूर किया और उन्होंने इस फिल्म के लिए हामी भर दी।
आमिर बने निर्माता भी
इस फिल्म को कोई भी प्रोड्यूसर फाइनेंस करने को तैयार नहीं था क्योंकि इसका कॉन्सेप्ट बहुत ही हटकर था। तब आमिर खान ने खुद इसे प्रोड्यूस करने का फैसला लिया और ‘Aamir Khan Productions’ की शुरुआत की। यह उनकी बतौर निर्माता पहली फिल्म थी। उन्होंने इस फिल्म में केवल अभिनय ही नहीं किया बल्कि हर पहलू में जुड़कर इसे एक भव्य अनुभव बना दिया।
फिल्म के सेट से जुड़े रोचक किस्से
इस फिल्म की शूटिंग गुजरात के भुज में हुई थी जहां गर्मी और धूल की भरमार थी। कलाकारों को महीनों गांव जैसा जीवन जीकर रहना पड़ा ताकि वे अपने किरदार में ढल सकें। क्रिकेट सिखाने के लिए ब्रिटिश कोच बुलाए गए और गांववालों को भी क्रिकेट खेलना सिखाया गया। फिल्म की शूटिंग के दौरान भुज में भूकंप भी आया लेकिन टीम ने हिम्मत नहीं हारी और शूटिंग पूरी की।