Hindi Story: नेहा की शादी की तैयारियाँ जोरों पर थीं। घर में हर तरफ हंसी-खुशी का माहौल था। दोस्तों और रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा हुआ था, और नेहा भी अपने नए जीवन की शुरुआत को लेकर बेहद उत्साहित थी। नेहा और रोहित की शादी पूरे धूमधाम से हो रही थी, और हर कोई इस जोड़ी की तारीफ कर रहा था।
लेकिन नेहा के दिल के एक कोने में एक डर बैठा था—उसका एक्स बॉयफ्रेंड, समीर। समीर और नेहा का रिश्ता कॉलेज के दिनों का था। वे दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, लेकिन किसी कारणवश उनका रिश्ता टूट गया। इसके बाद नेहा ने अपने जीवन में आगे बढ़ने का फैसला किया, और रोहित के साथ उसकी नई जिंदगी शुरू होने वाली थी। लेकिन समीर को यह बात हजम नहीं हो रही थी। उसने कई बार नेहा से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नेहा ने उसे पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर दिया था।
शादी का दिन आ गया। नेहा लाल जोड़े में बेहद खूबसूरत लग रही थी। उसकी सहेलियाँ और परिवार के लोग उसकी तारीफ कर रहे थे। बारात दरवाजे पर आ चुकी थी, और नेहा के घर में हर कोई स्वागत की तैयारियों में जुटा हुआ था। सब कुछ बेहद अच्छे से हो रहा था। लेकिन इस खुशी के माहौल में कोई नहीं जानता था कि समीर भी इस शादी में अपने इरादों के साथ पहुंच चुका है।
समीर ने पहले तो चुपचाप शादी की रौनक का जायजा लिया। जैसे ही उसे मौका मिला, उसने नेहा से मिलने की कोशिश की। नेहा अपनी सहेलियों के साथ दुल्हन के कमरे में तैयार हो रही थी, तभी दरवाजे पर हल्की सी दस्तक हुई। नेहा ने जब दरवाजा खोला, तो समीर को सामने देखकर उसकी सांसें थम गईं।
नेहा के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं, और उसने फौरन दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन समीर ने दरवाजा रोक लिया। “नेहा, मुझे तुमसे बात करनी है,” समीर ने गुस्से से कहा। नेहा की सहेलियाँ भी यह सब देखकर हैरान रह गईं।
“तुम यहाँ क्यों आए हो, समीर? यह मेरा शादी का दिन है, और तुम यहाँ आकर क्या साबित करना चाहते हो?” नेहा ने गुस्से में कहा।
“नेहा, मैं तुम्हें आखिरी बार समझाने आया हूँ। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, और तुमसे शादी करना चाहता हूँ। तुम्हें इस शादी से पीछे हट जाना चाहिए,” समीर ने गुस्से और दर्द भरे स्वर में कहा।
“समीर, यह सब अब बहुत देर हो चुकी है। मैं रोहित से प्यार करती हूँ और उसके साथ अपनी जिंदगी बिताना चाहती हूँ। तुमसे मेरा रिश्ता अब खत्म हो चुका है, और मैं नहीं चाहती कि तुम हमारी शादी में कोई रुकावट डालो। प्लीज, यहाँ से चले जाओ,” नेहा ने कड़े शब्दों में कहा।
समीर के चेहरे पर गुस्से और निराशा का भाव था। उसने नेहा की बातों को अनसुना करते हुए जबरदस्ती अंदर जाने की कोशिश की, लेकिन तभी नेहा की सहेलियों ने उसे रोका। यह सब देखकर घर में हंगामा मच गया। शोर सुनकर नेहा के माता-पिता और अन्य लोग वहां आ पहुंचे।
समीर को देखते ही नेहा के पिता का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। उन्होंने समीर को फौरन वहां से जाने का आदेश दिया। लेकिन समीर, जो अब तक अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाया था, जोर-जोर से चिल्लाने लगा, “नेहा, अगर तुम मेरी नहीं हो सकती, तो किसी और की भी नहीं हो सकती। मैं इस शादी को रोक कर रहूंगा!”
इस हंगामे ने शादी के माहौल को पूरी तरह से बदल दिया। बरात के लोग भी यह सब सुनकर हैरान रह गए। रोहित, जो अब तक इन सब बातों से अनजान था, अचानक यह सब सुनकर परेशान हो गया। उसने आकर नेहा से पूछा, “यह सब क्या हो रहा है, नेहा? यह आदमी कौन है?”
नेहा ने रोहित को पूरी सच्चाई बताई और कहा कि वह समीर के साथ अपने बीते हुए रिश्ते के बारे में उसे बताने वाली थी, लेकिन उसे लगा कि इसका कोई मतलब नहीं है, क्योंकि वह अब पूरी तरह से इस रिश्ते से बाहर निकल चुकी है।
रोहित ने नेहा की बातों को समझा और उसे दिलासा दिया। “नेहा, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, और मुझे तुम्हारे अतीत से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह तुम्हारा अतीत था, लेकिन अब हमारा भविष्य है। मुझे तुम पर पूरा भरोसा है, और हम मिलकर इस समस्या का सामना करेंगे,” रोहित ने नेहा से कहा।
रोहित की ये बातें सुनकर नेहा के मन में संतोष और विश्वास बढ़ा। उसने रोहित का हाथ थाम लिया, और दोनों ने एक-दूसरे की आँखों में प्यार और विश्वास की चमक देखी।
रोहित ने समीर से सामना किया और कहा, “समीर, नेहा ने अपना फैसला कर लिया है, और अब तुम उसे परेशान करना बंद करो। अगर तुम्हें लगता है कि ऐसा करके तुम कुछ हासिल कर सकते हो, तो तुम गलत हो। यह नेहा की जिंदगी है, और उसे यह हक है कि वह अपने लिए सही निर्णय ले सके। अगर तुम वाकई में नेहा से प्यार करते हो, तो उसके फैसले का सम्मान करो और उसकी खुशी में शामिल हो जाओ।”
रोहित के इन शब्दों ने समीर को एक पल के लिए चुप कर दिया। उसे समझ में आ गया कि नेहा और रोहित एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं, और वह उनके बीच बाधा बनकर कुछ नहीं हासिल कर सकता। वह कुछ पल के लिए चुपचाप खड़ा रहा, फिर बिना कुछ कहे वहां से चला गया।
समीर के चले जाने के बाद घर का माहौल फिर से सामान्य हो गया। नेहा और रोहित ने एक-दूसरे का साथ देने का वादा किया और शादी के बंधन में बंध गए। इस घटना ने नेहा को यह सिखाया कि जीवन में मुश्किलें आती हैं, लेकिन अगर हम सच्चे प्यार और विश्वास के साथ उनका सामना करें, तो कोई भी समस्या हमारी खुशियों को नहीं छीन सकती।
शादी का समारोह फिर से शुरू हुआ, और नेहा और रोहित की जोड़ी ने सबका दिल जीत लिया। वे दोनों जानते थे कि उनका प्यार सच्चा है और इस रिश्ते में एक-दूसरे के साथ खड़े रहना ही सबसे महत्वपूर्ण है। इस घटना के बाद, नेहा और रोहित ने एक नया अध्याय शुरू किया, जिसमें न केवल प्यार था, बल्कि एक-दूसरे के प्रति सम्मान और समझ भी थी।
शादी के बाद नेहा और रोहित ने एक खुशहाल जीवन की शुरुआत की, और इस घटना ने उनके रिश्ते को और भी मजबूत बना दिया। उन्होंने सीखा कि सच्चा प्यार वह होता है, जो हर मुश्किल घड़ी में साथ खड़ा रहता है और हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार होता है।