Funny Shayari: हंसी, प्यार और रोज़मर्रा की जिंदगी का मज़ा

Funny Shayari: हंसी, प्यार और रोज़मर्रा की जिंदगी का मज़ा

Funny Shayari: यह शायरी रोज़मर्रा की जिंदगी की हल्की-फुल्की परेशानियों और मज़ेदार पलों को दर्शाती है। चाय और कॉफी, पढ़ाई की टेंशन, प्यार, दोस्ती, परिवार और शॉपिंग जैसी छोटी-छोटी बातें हास्यपूर्ण अंदाज में पेश की गई हैं। इसमें हंसी, मस्ती और स्टाइल का मिश्रण है। गाँव-शहर, घर-गली और पालतू जानवरों तक की मज़ेदार परिस्थितियाँ पाठक को मुस्कुराने पर मजबूर करती हैं।

चाय के बिना सुबह अधूरी सी लगे,
कॉफी पीकर भी नींद पूरी सी लगे।
किताबें पढ़ें, फेसबुक खोले फिर भी,
डिबेट हो कि नींद ही भारी सी लगे।

पढ़ाई में ध्यान नहीं, मोबाइल में ध्यान है,
टीचर बोले, “बोलो जवाब,” तो दिमाग फिक्शन है।
कल लिखा टेस्ट, पर याद कुछ भी नहीं,
गूगल भाई का कमाल, ज्ञान का महान है।

पसंद आया कपड़ा, पर पैसे नहीं थे,
सपने में शॉपिंग, रियलिटी में दुःख सवेरे।
कर्ज़ के बोझ तले दिल है हारा,
लेकिन हंसी का मज़ा है सवेरा।

लड़की बोले, “डाइट पे हूं,” जवाब आया,
“मैं भी फल खा रहा हूं, अमरुद खाया।”
प्यार में मीठा बोलना भी भारी है,
लेकिन चॉकलेट की कीमतें खाई गई।

सिर पर टोपी, आँखों में चश्मा,
शहर में घूमें, लगे सुपरमैन जैसा।
दोस्त बोले, “भाई दिख रहे ढोंगी,”
लेकिन आत्मा खुश, स्टाइल का फैंस।

पत्नी बोले, “खाना बना दो,” पति बोले,
“पिज़्ज़ा मंगवा दो,” फिर दोनों हँसे।
प्यार में तकरार, हंसी में प्यार,
रिलेशनशिप की यही सबसे बड़ी धार।

सुबह की दौड़ में नींद है भारी,
अलार्म बजा, पर हाथ में प्यारी।
उठो या सो जाओ, सब है मज़ाक,
सोने में भी हँसी का हिसाब।

दोस्त बोले, “यार नए जूते ले लो,”
पैसे नहीं, पर शौक बड़ा करो।
स्टाइल में कम, हंसी में ज़्यादा,
ज़िंदगी का असली मज़ा बस यही खोरो।

गांव में मेला, शहर में भीड़,
खाते-पीते, हँसते, मज़ा बड़ी सी हुई।
शहर के लोग बोले, “वाह क्या हिम्मत,”
हमने कहा, “हँसी में बड़ी सी खुशी।”

बकरियां कहें, “मेरी जगह देखो,”
कुत्ते बोले, “भौं-भौं हमारी आवाज़।”
गली मोहल्ला, शोर का मज़ा,
हंसी में ही जीवन का राज़।

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