Dharamveer: फिल्म धर्मवीर (1977) का निर्माण भारतीय सिनेमा के सबसे सफल निर्देशकों में से एक, मनमोहन देसाई ने किया था। यह फिल्म अपने समय की बड़ी हिट साबित हुई, और इसके साथ ही धर्मेंद्र और जीतेंद्र की जोड़ी को भी एक खास पहचान मिली। इस फिल्म की कास्टिंग और धर्मेंद्र-जीतेंद्र को इस फिल्म में काम मिलने की कहानी बहुत दिलचस्प है।
धर्मवीर का निर्माण और कहानी की आवश्यकता:
मनमोहन देसाई उस दौर में ऐसे निर्देशक थे जो बड़े बजट की और रोमांचक कथाओं वाली फिल्में बनाने के लिए प्रसिद्ध थे। धर्मवीर भी एक ऐसी ही फिल्म थी, जिसमें रोमांच, एक्शन, दोस्ती और भाईचारे की गहरी भावना को दिखाया गया था। फिल्म की कहानी राजाओं और योद्धाओं की थी, जहां दो भाइयों की अनजाने में बिछड़ी कहानी और उनकी वापसी दिखाई गई थी।
फिल्म के लिए देसाई को दो ऐसे अभिनेताओं की जरूरत थी, जो न केवल शारीरिक रूप से मजबूत हों, बल्कि उनकी एक्टिंग में भी भावनात्मक गहराई हो। ऐसे में उन्होंने धर्मेंद्र और जीतेंद्र को मुख्य भूमिकाओं के लिए चुना।
धर्मेंद्र को कैसे मिला काम:
धर्मेंद्र उस समय के सुपरस्टार थे और अपनी एक्शन भूमिकाओं के लिए मशहूर थे। मनमोहन देसाई को धर्मेंद्र की यह बात अच्छी तरह से मालूम थी कि वे बड़े पर्दे पर एक्शन के साथ-साथ गहरी भावनात्मक भूमिकाएं निभाने में भी माहिर हैं। धर्मेंद्र को वीर सिंह की भूमिका के लिए चुना गया, जो एक योद्धा था और उसे अपने खोए हुए भाई से मिलने की कहानी के इर्द-गिर्द घुमाया गया था।
धर्मेंद्र की स्क्रीन प्रेज़ेंस और उनके एक्शन सीन को लेकर मनमोहन देसाई को कोई संदेह नहीं था। धर्मेंद्र की पिछली फिल्मों ने यह साबित कर दिया था कि वे इस तरह की भूमिकाओं में एकदम फिट बैठते हैं। देसाई ने जब धर्मेंद्र को स्क्रिप्ट सुनाई, तो धर्मेंद्र ने तुरंत इस फिल्म के लिए हामी भर दी। यह भी कहा जाता है कि धर्मेंद्र और देसाई के बीच एक अच्छी पेशेवर समझ थी, जिससे दोनों के बीच काम करने में कभी कोई परेशानी नहीं आई।
जीतेंद्र की दिलचस्प कास्टिंग:
जीतेंद्र की कास्टिंग की कहानी थोड़ी दिलचस्प है। जहां धर्मेंद्र की जगह लगभग पक्की थी, वहीं जीतेंद्र को फिल्म में कास्ट करना एक चुनौती थी। फिल्म के दूसरे मुख्य पात्र, धर्म सिंह की भूमिका के लिए मनमोहन देसाई को ऐसे अभिनेता की तलाश थी, जो धर्मेंद्र की जोड़ीदार होने के साथ-साथ एक मजबूत शारीरिक उपस्थिति भी रखता हो।
जीतेंद्र पहले से ही अपनी फिल्मों में रोमांटिक और एक्शन हीरो की भूमिका निभा रहे थे, और उनके डांस मूव्स और चुलबुले अंदाज के लिए उन्हें ‘जंपिंग जैक’ के नाम से पहचाना जाता था। हालांकि, मनमोहन देसाई को उनके अभिनय में भी गहराई नजर आई और उन्होंने जीतेंद्र को धर्म सिंह की भूमिका के लिए चुना। जीतेंद्र के पास वीर सिंह के मुकाबले थोड़ी नाजुक भूमिका थी, क्योंकि उनका किरदार एक खोया हुआ राजकुमार था, जो अपनी पहचान के बारे में नहीं जानता।
जीतेंद्र ने भी इस चुनौती को स्वीकार किया और देसाई के साथ काम करने का मौका पाकर बहुत खुश हुए। यह फिल्म जीतेंद्र के करियर के लिए भी एक बड़ा मोड़ साबित हुई, क्योंकि उन्होंने यहां पर अपनी अभिनय क्षमता के कई नए पहलू दिखाए।
फिल्म में दोनों की जोड़ी और बॉन्डिंग:
फिल्म में धर्मेंद्र और जीतेंद्र दोनों ने भाइयों की भूमिका निभाई, जो बचपन में बिछड़ जाते हैं और बड़े होकर अनजाने में एक-दूसरे से टकराते हैं। उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब पसंद किया। दोनों के किरदारों में न केवल भावनात्मक गहराई थी, बल्कि उनके बीच के एक्शन सीक्वेंस और नोक-झोंक ने भी दर्शकों को बांधे रखा।
फिल्म की शूटिंग के दौरान भी धर्मेंद्र और जीतेंद्र के बीच एक अच्छी दोस्ती विकसित हो गई थी। दोनों ने कई मौकों पर एक-दूसरे की तारीफ की और सेट पर भी खूब मस्ती की। यह मस्ती और दोस्ती उनकी परफॉरमेंस में भी नजर आई, जो स्क्रीन पर स्वाभाविक लगती थी।
धर्मवीर की सफलता:
फिल्म धर्मवीर 1977 की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक साबित हुई। इसकी कहानी, संगीत, और खासकर धर्मेंद्र-जीतेंद्र की जोड़ी ने इसे एक यादगार फिल्म बना दिया। फिल्म का संगीत भी बहुत लोकप्रिय हुआ, और इसके गाने आज भी सुने जाते हैं।
धर्मेंद्र और जीतेंद्र ने इस फिल्म के बाद और भी कई फिल्मों में साथ काम किया, लेकिन धर्मवीर को उनकी जोड़ी की सबसे खास फिल्मों में गिना जाता है।