Deepika Padukone V/S Priyanka Chopra – दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा, दोनों ही भारतीय फिल्म उद्योग की जानी-मानी हस्तियाँ हैं। दोनों ने अपने करियर में अद्वितीय उपलब्धियां हासिल की हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावशाली काम किया है। दीपिका ने बॉलीवुड में एक विशेष स्थान बनाया है, जबकि प्रियंका ने न केवल बॉलीवुड में, बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई है।
इन दोनों अभिनेत्रियों ने अपने-अपने तरीके से न केवल मनोरंजन उद्योग में, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है। दोनों ही महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और उनकी कहानी युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है। चाहे वह दीपिका की मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता हो या प्रियंका की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता, दोनों का योगदान असाधारण है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
दीपिका पादुकोण का जन्म 5 जनवरी 1986 को डेनमार्क के कोपेनहेगन में हुआ, लेकिन उनका पालन-पोषण बेंगलुरु, भारत में हुआ। दीपिका के पिता, प्रकाश पादुकोण, एक प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और उनकी माँ, उजला पादुकोण, एक ट्रैवल एजेंट हैं। दीपिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बेंगलुरु के स्कूल से की और बाद में पत्रकारिता की पढ़ाई करने के लिए मणिपाल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। हालांकि, उन्होंने मॉडलिंग में करियर बनाने का निर्णय लिया और जल्दी ही बॉलीवुड में प्रवेश किया।
प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई 1982 को जमशेदपुर, झारखंड में हुआ। प्रियंका के पिता, अशोक चोपड़ा, एक डॉक्टर थे, और उनकी माँ, मधु चोपड़ा, एक चिकित्सक भी हैं। प्रियंका ने अपनी शिक्षा की शुरुआत स्कूल में की और बाद में अमेरिका में अध्ययन किया। उन्होंने 2000 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीता, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
करियर की शुरुआत
दीपिका पादुकोण ने अपने करियर की शुरुआत 2006 में फिल्म “ओम शांति ओम” से की, जिसमें उन्होंने शाहरुख़ ख़ान के साथ अभिनय किया। इस फिल्म ने उन्हें न केवल व्यावसायिक सफलता दिलाई, बल्कि उन्हें सबसे प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक बना दिया। दीपिका ने “बाज़ीराव मस्तानी”, “पद्मावत”, “छपाक”, और “गहराइयाँ” जैसी कई सफल फिल्में की हैं।
प्रियंका चोपड़ा ने 2002 में “थamizhan” फिल्म से करियर की शुरुआत की, लेकिन उनका असली उभार 2004 में “मर्डर” फिल्म से हुआ। इसके बाद उन्होंने “बर्फी!”, “कृष”, “बार का बुरा”, और “प्रियंका चोपड़ा: द बायोग्राफी” जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया। प्रियंका ने हॉलीवुड में भी कदम रखा और “क्वांटिको” और “बेवॉच” जैसी प्रोजेक्ट्स में काम किया।
व्यक्तिगत जीवन
दीपिका पादुकोण ने 2018 में अभिनेता रणवीर सिंह से शादी की। उनके बीच एक गहरी दोस्ती थी जो अंततः प्रेम में बदल गई। उनकी शादी एक भव्य समारोह थी, जिसमें परिवार और करीबी दोस्त शामिल हुए। दीपिका मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए भी सक्रिय हैं।
प्रियंका चोपड़ा ने 2018 में अमेरिकी गायक निक जोनास से शादी की। उनकी शादी ने काफी ध्यान आकर्षित किया और यह एक भव्य समारोह था जिसमें दोनों परिवारों के सदस्य और दोस्त शामिल हुए। प्रियंका चोपड़ा भी कई सामाजिक मुद्दों पर काम करती हैं, जैसे कि शिक्षा और महिला सशक्तिकरण।
पुरस्कार और मान्यता
दीपिका पादुकोण ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें तीन फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं। उन्हें “पद्मावत” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। दीपिका को कई बार टाइम्स की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में भी शामिल किया गया है।
प्रियंका चोपड़ा ने भी कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें दो फिल्मफेयर पुरस्कार और एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शामिल हैं। प्रियंका को 2016 में भारत सरकार द्वारा “पद्म श्री” से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, प्रियंका को भी टाइम्स की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया है।
सामाजिक कार्य
दीपिका पादुकोण मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर खुलकर बोलती हैं। उन्होंने 2015 में “दीपिका पादुकोण फाउंडेशन” की स्थापना की, जिसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना है। वह “लिव लव लाफ” नामक एक पहल के जरिए मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करती हैं।
प्रियंका चोपड़ा भी समाज सेवा में सक्रिय हैं। उन्होंने “प्रियंका चोपड़ा फाउंडेशन” की स्थापना की, जिसका उद्देश्य शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना है। प्रियंका ने यूनिसेफ के साथ भी काम किया है और बाल अधिकारों के लिए एक मजबूत आवाज बनी हैं।