उम्मीद बनके लोग जिंदगी में आते हैं

Hindi Shayari

उम्मीद बनके लोग जिंदगी में आते हैं ख्वाब बनके आंखों में समा जाते हैं पहले तो याकिन दिलाते हैं की ओ हमारे है फिर ना जाने क्यों हमें तन्हा छोड जाते हैं। (क्या यही प्यार है)

हम युं ही नहीं पागल हो गए हैं तेरे प्यार में ऐ सनम कुछ तो तेरे निगाहों ने

|| हम युं ही नहीं पागल हो गए हैं तेरे प्यार में ऐ सनम कुछ तो तेरे निगाहों ने भी तो हरकतें की होंगी ||

इतना मोहब्बत है उनसे की हम तो ये सोच के घबरा जातें

|| इतना मोहब्बत है उनसे की हम तो ये सोच के घबरा जातें हैं की ओ कहीं रो तो नहीं रहे हैं, हमें तो उनके रोने से डर लगता है ||