Aunty No. 1: गोविंदा को फिल्म “आंटी नंबर 1” में कैसे मिला रोल, दिलचस्प कहानी

Aunty No. 1: गोविंदा को फिल्म "आंटी नंबर 1" में कैसे मिला रोल, दिलचस्प कहानी

Aunty No. 1: गोविंदा, जिन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का कॉमेडी किंग कहा जाता है, ने 90 के दशक और 2000 के शुरुआती दौर में कई हिट फिल्में दीं। उनकी अदाकारी और कॉमिक टाइमिंग ने उन्हें बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा सितारों में से एक बना दिया। गोविंदा की फिल्म आंटी नंबर 1 (1998) भी उनके करियर की उन फिल्मों में से एक है, जिसे आज भी दर्शक बहुत पसंद करते हैं। इस फिल्म में उनका “आंटी” के रूप में जबरदस्त रोल था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोविंदा को यह रोल कैसे मिला? इस फिल्म की कुछ दिलचस्प कहानी भी है जो शायद बहुत कम लोग जानते हों।

फिल्म का कॉन्सेप्ट और गोविंदा का रोल

आंटी नंबर 1 एक कॉमेडी फिल्म थी, जिसमें गोविंदा ने एक मजेदार और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाया था। फिल्म का मुख्य प्लॉट यह था कि गोविंदा का किरदार “गोपाला” किसी परिस्थिति के कारण और पैसों की कमी के चलते “आंटी” का भेस धारण करता है। फिल्म में उनके साथ कादर खान, रवीना टंडन, सतीश कौशिक और रजा मुराद जैसे कलाकार थे। फिल्म का हास्य भरा अंदाज और गोविंदा का ड्रेस-अप आंटी के रूप में बेहद चर्चित हुआ।

Aunty No. 1: गोविंदा को फिल्म "आंटी नंबर 1" में कैसे मिला रोल, दिलचस्प कहानी

गोविंदा के लिए यह रोल काफी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि उन्हें न केवल महिला के रूप में तैयार होना था, बल्कि उस किरदार में खुद को पूरी तरह से ढालना भी था। यही नहीं, उन्हें महिला के तौर पर बात करने, चलने और हाव-भाव तक में बदलाव करना था। लेकिन गोविंदा अपनी कॉमिक टाइमिंग और परफॉर्मेंस के लिए जाने जाते थे, इसलिए यह किरदार उन पर सूट कर गया।

गोविंदा को फिल्म कैसे मिली?

गोविंदा और निर्देशक कादर खान की जोड़ी पहले से ही कई हिट फिल्मों में काम कर चुकी थी, जैसे हीरो नंबर 1, कुली नंबर 1 और दूल्हे राजा। कादर खान, जो खुद एक मशहूर अभिनेता और लेखक भी थे, ने इस फिल्म की कहानी लिखी थी और उन्हें पता था कि इस रोल के लिए गोविंदा से बेहतर कोई नहीं हो सकता।

कादर खान ने गोविंदा को इस फिल्म का ऑफर दिया और बताया कि यह एक फन कॉमेडी फिल्म होगी, जिसमें उनका किरदार बाकी फिल्मों से काफी अलग और दिलचस्प होगा। शुरुआत में गोविंदा को यह किरदार थोड़ा चुनौतीपूर्ण लगा, क्योंकि उन्हें एक महिला के रूप में एक्ट करना था, लेकिन कादर खान के साथ उनकी पुरानी समझ और भरोसे ने उन्हें यह फिल्म स्वीकारने के लिए प्रेरित किया।

गोविंदा ने जब कहानी सुनी तो उन्हें यह बहुत मजेदार लगी, खासकर इसलिए कि इस फिल्म में उनका किरदार बहुत कुछ नया करने का मौका दे रहा था। एक बार जब उन्होंने इस फिल्म के लिए हामी भर दी, तो फिल्म की पूरी टीम ने मिलकर इसकी तैयारी शुरू कर दी।

फिल्म की शूटिंग के मजेदार किस्से

आंटी नंबर 1 की शूटिंग के दौरान कई मजेदार घटनाएं हुईं, जिन्हें जानकर आप हंसने पर मजबूर हो जाएंगे। गोविंदा को महिला का गेटअप लेने में काफी मेहनत करनी पड़ी। उन्हें लंबे समय तक मेकअप और हेयरस्टाइल में रहना पड़ता था। गोविंदा को साड़ी पहनना, ऊंची एड़ी के सैंडल में चलना, और महिलाओं के हाव-भाव अपनाना आसान नहीं था। लेकिन अपनी प्रतिभा और मेहनत के चलते गोविंदा ने यह सब बड़ी सहजता से कर दिखाया।

कहा जाता है कि एक बार सेट पर गोविंदा इतने अच्छी तरह से आंटी के रूप में तैयार हुए थे कि उनकी को-स्टार्स और अन्य क्रू मेंबर्स भी उन्हें पहचान नहीं सके। जब तक उन्होंने अपनी पहचान नहीं बताई, सभी उन्हें असली आंटी समझते रहे।

फिल्म के कुछ दृश्यों की शूटिंग के दौरान गोविंदा को और भी अजीबोगरीब परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। एक सीन में उन्हें दौड़कर भागना था, और वह भी साड़ी और ऊंची एड़ी के जूते पहने हुए। लेकिन गोविंदा की अदाकारी और उनके अनुशासन ने यह सुनिश्चित किया कि यह चुनौती भी हंसी-मजाक के साथ पूरी हो गई। उनकी इस कॉमिक परफॉर्मेंस ने दर्शकों को खूब हंसाया और फिल्म को बड़ी सफलता दिलाई।

फिल्म की सफलता

आंटी नंबर 1 ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया। दर्शकों ने फिल्म को बेहद पसंद किया, खासकर गोविंदा के “आंटी” वाले किरदार को। फिल्म का संगीत भी हिट हुआ, खासकर “आंटी नंबर 1” गाना, जिसमें गोविंदा का अनोखा अंदाज लोगों के दिलों में बस गया।

इस फिल्म की कामयाबी का सबसे बड़ा श्रेय गोविंदा की बेहतरीन अदाकारी को जाता है। उन्होंने अपने अभिनय से यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक्शन या रोमांस ही नहीं, बल्कि किसी भी किरदार को जीवंत करने की क्षमता रखते हैं। गोविंदा की यह फिल्म आज भी उनकी सबसे यादगार फिल्मों में से एक मानी जाती है।

फिल्म के संदेश और कॉमेडी का जादू

आंटी नंबर 1 सिर्फ एक कॉमेडी फिल्म नहीं थी, बल्कि इसने समाज में हो रहे कुछ गंभीर मुद्दों पर भी हल्के-फुल्के अंदाज में तंज कसा। फिल्म में गोविंदा का महिला का रूप धारण करना, समाज में पुरुषों और महिलाओं के प्रति व्यवहार को भी दिखाता है। साथ ही, फिल्म में दोस्ती, धोखा, और प्रेम जैसे तत्वों को भी बड़े मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत किया गया था।

कादर खान की लेखनी और निर्देशन ने फिल्म को एक नया आयाम दिया, जहां दर्शक हंसी के साथ-साथ कुछ सोचने पर भी मजबूर हो गए। फिल्म की कॉमिक टाइमिंग और मस्ती ने उसे न केवल बॉक्स ऑफिस पर हिट बनाया, बल्कि सालों तक इसे एक क्लासिक कॉमेडी फिल्म के रूप में याद रखा गया।

गोविंदा और उनके कॉमिक किरदार

गोविंदा की यह खासियत है कि वह किसी भी किरदार में जान डाल सकते हैं, चाहे वह गंभीर हो या मजाकिया। आंटी नंबर 1 में उनके “आंटी” वाले अवतार ने यह साबित किया कि वह किसी भी चुनौतीपूर्ण रोल को आसानी से निभा सकते हैं। उनकी परफॉर्मेंस आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।

इस फिल्म के बाद गोविंदा की कॉमिक टाइमिंग और भी निखर कर सामने आई और उन्होंने अपने करियर में और भी कई शानदार कॉमेडी फिल्में कीं। आंटी नंबर 1 गोविंदा के फिल्मी करियर का वह मील का पत्थर है, जिसने उन्हें कॉमेडी का बादशाह बना दिया।

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