फिल्म ‘Maqsad’ (1984) हिंदी सिनेमा की एक बहुत ही लोकप्रिय और सफल फिल्म रही है। इस फिल्म में जितेन्द्र (Jeetendra) ने मुख्य भूमिका निभाई थी, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जितेन्द्र को इस फिल्म में रोल कैसे मिला? आइए जानें ‘मकसद’ फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें और किस्से।
जितेन्द्र का फिल्मी सफर और ‘मकसद’ का अवसर
जितेन्द्र हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े और सफल अभिनेताओं में से एक हैं। 1970-80 के दशक में उनकी लोकप्रियता चरम पर थी। उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, लेकिन ‘मकसद’ ने उनकी करियर में एक नया मुकाम स्थापित किया। इस फिल्म में उनका किरदार न सिर्फ रोचक था बल्कि दर्शकों के दिलों में गहरा असर भी छोड़ गया।
रोल कैसे मिला?
‘मकसद’ के प्रोड्यूसर और निर्देशक ने जितेन्द्र की एक्टिंग की क्षमता और उनकी परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें इस फिल्म के लिए चुना। उस समय जितेन्द्र का स्टारडम बहुत बड़ा था और वे हीरो के किरदारों में बेहतरीन फिट बैठते थे। खास बात यह थी कि ‘मकसद’ का कहानी ऐसा था जिसमें पारिवारिक और ड्रामा दोनों तत्व थे, जो जितेन्द्र के अभिनय के लिए बिल्कुल उपयुक्त थे।
फिल्म के मेकर्स चाहते थे कि फिल्म में जितेन्द्र का किरदार ऐसा हो जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ सके। इसी वजह से उन्होंने जितेन्द्र को इस भूमिका के लिए ऑफर दिया। जितेन्द्र ने भी इस स्क्रिप्ट को पसंद किया और रोल स्वीकार कर लिया।
शूटिंग के दौरान कुछ मजेदार किस्से
शूटिंग के दौरान जितेन्द्र का पूरा टीम के साथ तालमेल बहुत अच्छा था। वे सेट पर बहुत ही पॉजिटिव और मेहनती कलाकार माने जाते थे। एक बार फिल्म के कुछ सीन में वे इतने भावुक हो गए कि पूरा क्रू उनकी एक्टिंग से प्रभावित हो गया।
इसके अलावा, जितेन्द्र ने कई बार अपने डांस और एक्शन सीन खुद किए, जो दर्शाता है उनकी पूरी मेहनत और समर्पण को। खासकर उनकी एनर्जी और आत्मविश्वास ने फिल्म को एक अलग ही ऊंचाई दी।
फिल्म की सफलता और प्रतिक्रिया
‘मकसद’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। जितेन्द्र की परफॉर्मेंस की खूब तारीफ हुई और फिल्म ने उन्हें और भी लोकप्रिय बना दिया। दर्शकों ने इस फिल्म के गाने, कहानी और अभिनय का भरपूर लुत्फ उठाया।

