1991 में रिलीज हुई फिल्म ‘Teri Meherbaniyan’ हिंदी सिनेमा की एक खास फिल्म थी। इस फिल्म ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई, खासकर एक अनोखे किरदार की वजह से — एक कुत्ते की। इस फिल्म में जैकी श्रॉफ ने अहम भूमिका निभाई, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें इस फिल्म का रोल कैसे मिला? आइए जानें फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
जैकी श्रॉफ की भूमिका का चयन
‘Teri Meherbaniyan’ में जैकी श्रॉफ ने ‘राज’ का किरदार निभाया था। यह किरदार फिल्म की कहानी का मुख्य केंद्र था। फिल्म की कहानी में राज की मौत हो जाती है, लेकिन उसका प्यार और न्याय की भावना उसके कुत्ते के ज़रिए दर्शकों तक पहुंचती है।
जैकी श्रॉफ को यह रोल कैसे मिला, यह भी अपने आप में रोचक है। दरअसल, उस समय जैकी श्रॉफ बॉलीवुड के एक उभरते हुए स्टार थे। निर्देशक और निर्माता राहुल रॉय (जो खुद एक अभिनेता हैं) ने जब फिल्म की कहानी पर काम किया, तो उन्होंने सोचा कि राज जैसा किरदार निभाने के लिए एक ऐसा अभिनेता चाहिए जो भरोसेमंद और भावुक दोनों हो। जैकी श्रॉफ का नाम इस भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त माना गया क्योंकि वे अपनी सहजता और अभिनय क्षमता के लिए जाने जाते थे।
फिल्म की कास्टिंग के दौरान जैकी ने इस अनोखे प्रोजेक्ट को लेकर उत्साह दिखाया क्योंकि यह फिल्म एक साधारण कहानी से हटकर थी। फिल्म में राज की भावनात्मक कहानी को दर्शाने के लिए जैकी श्रॉफ ने बहुत मेहनत की और दर्शकों को पूरी तरह से अपनी भूमिका में झोंक दिया।
कुत्ते की भूमिका और उसके साथ काम करने की चुनौती
‘Teri Meherbaniyan’ की सबसे बड़ी खासियत था उसका कुत्ता ‘शेरू’। फिल्म का प्लॉट कुत्ते और उसके मालिक के बीच गहरे संबंध पर आधारित था। कुत्ते की भूमिका निभाने वाले ‘शेरू’ की ट्रेनिंग बहुत ही खास थी। इसे कई महीनों तक प्रशिक्षित किया गया था ताकि वह फिल्म की जटिलताओं को समझ सके और सही भावनाएं दे सके।
जैकी श्रॉफ के लिए यह चुनौतीपूर्ण था कि वे ‘शेरू’ के साथ सहजता से काम करें और दोनों के बीच की केमिस्ट्री स्क्रीन पर दिखे। जैकी ने बताया था कि ‘शेरू’ के साथ काम करना उनके लिए एक नया अनुभव था और उन्होंने कुत्ते के साथ बहुत समय बिताया ताकि दोनों के बीच तालमेल बने।
फिल्म की कहानी और उसके संदेश
‘Teri Meherbaniyan’ एक भावुक कहानी है जिसमें प्रेम, विश्वास और न्याय की बात की गई है। फिल्म में राज की हत्या हो जाती है, लेकिन उसका कुत्ता ‘शेरू’ उसके हत्यारों से बदला लेता है। यह कहानी दिखाती है कि प्यार और वफादारी की कोई भाषा नहीं होती।
फिल्म के कई संवाद और दृश्य आज भी याद किए जाते हैं। जैकी श्रॉफ की अभिनय क्षमता और शेरू की परफॉर्मेंस ने मिलकर इस फिल्म को यादगार बना दिया।
फिल्म की सफलता और लोकप्रियता
फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। खासकर कुत्ते की भूमिका को बहुत सराहा गया। इस फिल्म ने जैकी श्रॉफ के करियर को एक नई ऊंचाई दी और उन्हें उन फिल्मों की कतार में खड़ा किया जो दिल को छू जाती हैं।
‘Teri Meherbaniyan’ के बाद भी जैकी श्रॉफ ने कई हिट फिल्में कीं, लेकिन यह फिल्म उनके करियर में एक खास मुकाम है।
कुछ और मजेदार बातें
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फिल्म के दौरान कई बार ‘शेरू’ ने अपनी ट्रेनिंग के चलते सेट पर जैकी श्रॉफ के साथ कूद-फांद की, जिससे सेट पर सभी का माहौल खुशगवार हो जाता था।
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इस फिल्म के गाने भी बेहद लोकप्रिय हुए, खासकर ‘मेरी माया’, जो आज भी लोगों के दिलों में बसता है।
‘Teri Meherbaniyan’ न केवल एक सामान्य फिल्म थी, बल्कि यह एक ऐसी कहानी थी जिसमें इंसान और जानवर के बीच के गहरे रिश्ते को खूबसूरती से दिखाया गया। जैकी श्रॉफ को इस फिल्म में रोल मिलने की कहानी भी दर्शाती है कि कैसे सही भूमिका और सही अभिनेता का मेल एक बेहतरीन फिल्म बना सकता है। आज भी यह फिल्म और इसके किस्से बॉलीवुड प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।

