1981 में आई फिल्म Silsila बॉलीवुड की सबसे चर्चित और विवादों में घिरी फिल्मों में से एक रही। इस फिल्म का निर्देशन किया था यश चोपड़ा ने और इसमें मुख्य भूमिकाओं में थे अमिताभ बच्चन, जया भादुरी और रेखा। कहानी एक शादीशुदा पुरुष के अपनी पूर्व प्रेमिका से फिर से जुड़ने की है, जो उस समय समाज और दर्शकों के लिए बहुत ही बोल्ड और चौंकाने वाली थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म में अमिताभ बच्चन को कास्ट करना भी आसान नहीं था?
शुरुआत में अलग थी स्टारकास्ट
शुरुआत में यश चोपड़ा इस फिल्म के लिए संजीव कुमार, स्मिता पाटिल और परवीन बाबी को लेना चाहते थे। स्क्रिप्ट लिखी जा रही थी और टीम तैयार थी। लेकिन अचानक अमिताभ बच्चन ने खुद यश चोपड़ा को सुझाव दिया कि क्यों न फिल्म में असली जिंदगी की झलक दिखाई जाए। उस समय अमिताभ, जया और रेखा की पर्सनल लाइफ को लेकर कई तरह की अफवाहें और चर्चाएं थीं, और यश चोपड़ा को यह विचार दिलचस्प लगा।
अमिताभ ने खुद दिया आइडिया
दरअसल, ‘सिलसिला’ एक ऐसी फिल्म थी जिसमें किरदारों के बीच के रिश्ते असल जिंदगी से मेल खाते थे। अमिताभ बच्चन ने यश चोपड़ा को कहा कि अगर वे खुद, जया और रेखा को कास्ट करेंगे तो फिल्म में एक अलग ही भावनात्मक गहराई आएगी। यश चोपड़ा को यह बहुत ही रिस्की लेकिन दिलचस्प आइडिया लगा। उन्होंने कहा कि यह शायद पहली बार होगा जब दर्शक परदे पर वही देखेंगे जो वे असल में सोचते हैं।
जया और रेखा का रिएक्शन
जब जया भादुरी और रेखा को फिल्म ऑफर की गई तो दोनों को शुरुआत में हिचकिचाहट थी। लेकिन यश चोपड़ा की कहानी और प्रस्तुतिकरण इतना संतुलित और संवेदनशील था कि दोनों मान गईं। यश चोपड़ा ने खुद बाद में एक इंटरव्यू में कहा था कि यह फिल्म बनाना सबसे मुश्किल लेकिन सबसे भावनात्मक अनुभव रहा। फिल्म की शूटिंग के दौरान सेट का माहौल बहुत ही पेशेवर रखा गया और किसी भी निजी तनाव को काम में हावी नहीं होने दिया गया।
बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की प्रतिक्रिया
सिलसिला को बॉक्स ऑफिस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। कुछ दर्शकों ने इसे बेहद संवेदनशील और सच्चाई से जुड़ा माना, जबकि कुछ को इसकी कहानी बहुत बोल्ड लगी। लेकिन वर्षों बाद यह फिल्म एक क्लासिक बन गई और इसके गीत “ये कहाँ आ गए हम” और “देखा एक ख्वाब” आज भी अमर हैं। अमिताभ का किरदार ‘अमित मल्होत्रा’ आज भी उनकी सबसे यादगार भूमिकाओं में से एक माना जाता है।