फिल्म Ghulam साल 1998 में रिलीज़ हुई थी और ये आमिर खान के करियर की सबसे यादगार फिल्मों में से एक बन गई। इस फिल्म में उन्होंने सिद्धार्थ “सिड” मराठे नाम के एक गली के गुंडे का किरदार निभाया था जो अपने भीतर के अच्छे इंसान से संघर्ष करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये रोल आमिर को ऑफर नहीं हुआ था बल्कि उन्होंने खुद इस स्क्रिप्ट में दिलचस्पी दिखाई थी?
दरअसल, फिल्म के निर्माता और निर्देशक मुकेश भट्ट और विक्रम भट्ट किसी और एक्टर को लेना चाहते थे लेकिन जब आमिर ने स्क्रिप्ट पढ़ी तो उन्हें किरदार में गहराई नजर आई। उन्होंने खुद विक्रम भट्ट से संपर्क किया और फिल्म का हिस्सा बनने की इच्छा जताई।
आमिर की स्क्रिप्ट को लेकर गंभीरता
आमिर खान अपने परफेक्शन और स्क्रिप्ट की बारीकियों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट को कई बार पढ़ा और विक्रम भट्ट से संवादों, सीनों और कैरेक्टर डेवलपमेंट को लेकर लंबी चर्चाएं कीं। फिल्म में “कभी कभी लगता है अपने आप से डर लगता है” जैसे डायलॉग्स आमिर की उसी इन्वॉल्वमेंट का नतीजा हैं।
ट्रेन सीन के लिए नहीं लिया बॉडी डबल
Ghulam का सबसे चर्चित और रोमांचक सीन था जब आमिर खान तेज़ रफ्तार से आ रही ट्रेन के सामने ट्रैक पार करते हैं। यह सीन इतना रियल था कि आज भी लोगों को रोमांचित कर देता है। खास बात ये है कि इस सीन को आमिर ने बिना बॉडी डबल के खुद शूट किया था। इस सीन की वजह से उन्हें काफी रिस्क भी उठाना पड़ा लेकिन उन्होंने कहा कि फिल्म की सच्चाई के लिए वो ये करने को तैयार थे।
रणबीर और रणवीर ने भी बताया पसंदीदा
Ghulam के किरदार “सिड” को बाद में कई बॉलीवुड सितारों ने भी सराहा। रणबीर कपूर और रणवीर सिंह जैसे कलाकारों ने इस फिल्म को अपनी प्रेरणास्रोत फिल्मों में गिना। आमिर की अदाकारी, उनका एंग्री-यंग-मैन लुक और गहराई भरा अभिनय आज भी दर्शकों के दिल में बसा हुआ है।
फिल्म ने बनाई आमिर की नई पहचान
इस फिल्म ने आमिर खान को ‘लवर बॉय’ से हटाकर एक गंभीर अभिनेता के रूप में स्थापित किया। Ghulam के बाद उन्होंने लगातार ऐसी फिल्में कीं जिनमें समाज, संघर्ष और व्यक्ति की भीतरी लड़ाई को दिखाया गया। इस फिल्म ने उन्हें एक्टिंग में नई दिशा दी और दर्शकों को उनका एक नया रूप देखने को मिला।