सदी की सबसे बड़ी बॉलीवुड अभिनेत्री मानी जाने वाली Sridevi का फिल्म इंडस्ट्री में योगदान अपार है। उनकी फिल्मों में दमदार अभिनय, अलग-अलग शैलियों में किरदार निभाने की कला और उनकी मुस्कान ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई। 1989 में रिलीज़ हुई फिल्म “Chaalbaaz” में उनका डबल रोल आज भी दर्शकों के दिलों में बसा हुआ है। इस फिल्म में श्रीदेवी ने एक साथ दो अलग-अलग किरदारों को निभाया, और वह अपने अभिनय के जरिए इस फिल्म को एक नई ऊँचाई पर ले आईं। आज हम जानते हैं कि श्रीदेवी को इस फिल्म में कैसे रोल मिला और फिल्म की कुछ दिलचस्प बातें क्या हैं।
फिल्म “Chaalbaaz” का परिचय
Chaalbaaz एक हिट बॉलीवुड फिल्म थी, जो 1989 में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन प्रवीण बाबी और निर्माण रामानंद सागर ने किया था। फिल्म में श्रीदेवी ने डबल रोल निभाया था, जिसमें उन्होंने दो विपरीत व्यक्तित्व वाली बहनों, अंजलि और बबीता, का किरदार निभाया। फिल्म की कहानी और श्रीदेवी के दमदार अभिनय ने उसे एक क्लासिक बना दिया। फिल्म में श्रीदेवी के अलावा राजेश खन्ना, सनी देओल, अनिल कपूर, और पद्मिनी कोल्हापुरे भी मुख्य भूमिकाओं में थे।
“Chaalbaaz” को न सिर्फ दर्शकों ने पसंद किया, बल्कि फिल्म के संगीत और श्रीदेवी के अभिनय ने इसे एक कालजयी फिल्म बना दिया। उनकी भूमिका ने न केवल उनकी अभिनय क्षमता को निखारा बल्कि बॉलीवुड में उनके रुतबे को भी और मजबूत किया।
श्रीदेवी को कैसे मिला “Chaalbaaz” का रोल?
इस फिल्म में श्रीदेवी को डबल रोल में देखा गया, जो एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण भूमिका थी। खास बात यह है कि श्रीदेवी को इस फिल्म में काम करने का अवसर एक खास वजह से मिला। जब निर्माता रामानंद सागर और निर्देशक प्रवीण बाबी इस फिल्म की कहानी और कास्टिंग को अंतिम रूप दे रहे थे, तो उन्होंने देखा कि श्रीदेवी उन दोनों भूमिकाओं को एक साथ निभाने में सक्षम हो सकती हैं। उनका मानना था कि श्रीदेवी में वह क्षमता है, जिससे वह एक साथ दो पूरी तरह से अलग-अलग किरदारों को जीवंत कर सकती हैं।
इस फिल्म से पहले श्रीदेवी कई फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी थीं। उन्होंने रोमांटिक, ड्रामेटिक, और एक्शन जैसी शैलियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। लेकिन “Chaalbaaz” में उन्हें डबल रोल करने का मौका मिला, जो उनके करियर का एक नया मोड़ साबित हुआ।
फिल्म का कॉन्सेप्ट और कहानी
“Chaalbaaz” की कहानी दो बहनों की है, जो बचपन में एक-दूसरे से बिछड़ जाती हैं। एक बहन अंजलि (जो कि नन्हीं उम्र में ही अपने माता-पिता से अलग हो जाती है) एक घरेलू कामकाजी लड़की बन जाती है, जबकि दूसरी बहन बबीता (जो एक शरारती और बेफिक्र लड़की होती है) एक धनी परिवार में रहती है। अंजलि को उसकी चाची (पद्मिनी कोल्हापुरे द्वारा निभाई गई) द्वारा परेशान किया जाता है, और वह एक अन्य व्यक्ति के साथ शादी करने के लिए मजबूर होती है। दूसरी ओर, बबीता एक खुशी-खुशी जीवन जी रही होती है, लेकिन दोनों बहनों का मिलन फिल्म के अंत में होता है, जब दोनों की ज़िंदगियाँ एक साथ मिलती हैं और दोनों अपनी खोई हुई बहन को पहचान पाती हैं।
फिल्म में श्रीदेवी के दोनों किरदारों के बीच का अंतर साफ दिखाई देता है। जहां एक किरदार को सीधा-सादा, सुसंस्कृत और घरेलू दिखाया गया, वहीं दूसरा किरदार शरारती और बिंदास था। श्रीदेवी ने दोनों किरदारों को इतने शानदार तरीके से निभाया कि दर्शक कभी भी यह महसूस नहीं कर पाए कि वह दोनों भूमिकाओं में एक ही अभिनेत्री हैं।
फिल्म का प्रभाव और सफलता
“Chaalbaaz” की सफलता का एक प्रमुख कारण था श्रीदेवी का जबर्दस्त अभिनय। फिल्म में उनके दोनों किरदारों का कंट्रास्ट इतना मजेदार था कि दर्शक उनकी हर एक हरकत पर नजरें जमाए रहते थे। अंजलि का मासूमियत से भरा किरदार और बबीता की मस्त और शरारती लड़की का किरदार, दोनों ही भूमिकाएं श्रीदेवी ने बखूबी निभाईं। फिल्म के रिलीज़ होते ही श्रीदेवी की तारीफें होने लगीं और दर्शकों को उनका डबल रोल बहुत पसंद आया।
इस फिल्म ने उनके करियर को और ऊंचाई दी और यह साबित कर दिया कि वह किसी भी भूमिका में अपनी अद्भुत कला दिखाने में सक्षम हैं। फिल्म के हिट होने के बाद श्रीदेवी को बॉलीवुड की सबसे बड़ी और versatile अभिनेत्री के तौर पर स्थापित कर दिया।
“Chaalbaaz” के गीत और संगीत
फिल्म के संगीत ने भी उसे सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसके संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल थे और गीतों के बोल समीर आन्जान ने लिखे थे। फिल्म में “Naino Mein Sapna” और “Na Jaane Kahan Se Aayi Hai” जैसे गीत बहुत लोकप्रिय हुए। श्रीदेवी और सनी देओल के बीच की जोड़ी और उनके आकर्षक डांस नंबर ने फिल्म की सफलता को और बढ़ा दिया।
श्रीदेवी का डबल रोल और उनके अभिनय की सराहना
फिल्म “Chaalbaaz” में श्रीदेवी के अभिनय को लेकर हमेशा चर्चा होती है। उन्होंने डबल रोल में काम किया, लेकिन उनका अभिनय ऐसा था कि दोनों किरदार अलग-अलग दिखते थे। उन्होंने अंजलि और बबीता के किरदारों में इतना गहराई से काम किया कि हर एक दर्शक उनकी अभिनय क्षमता का कायल हो गया। उनके मासूम चेहरे से लेकर उनकी शरारतों तक, हर एक पल में उनकी स्क्रीन प्रजेंस दिखाई देती थी।
फिल्म Chaalbaaz न केवल श्रीदेवी के अभिनय का शानदार उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि एक अभिनेत्री को डबल रोल निभाने में कितनी कठिनाइयाँ और अवसर हो सकते हैं। श्रीदेवी ने इस फिल्म में अपनी अभिनय की नई परिभाषा गढ़ी और एक बार फिर साबित किया कि वह बॉलीवुड की सबसे महान अभिनेत्रियों में से एक हैं। उनके द्वारा निभाए गए किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं और उनकी यह फिल्म हमेशा एक क्लासिक के रूप में याद रखी जाएगी।