Sidharth Malhotra को बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए कई फिल्मों का सामना करना पड़ा, लेकिन ‘SherShah’ जैसी फिल्म ने उनकी करियर की दिशा बदल दी। ‘शेरशाह’, जो कि 2021 में रिलीज़ हुई, एक जीवित और सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म है, जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा ने भारतीय सेना के वीर कप्तान विक्रम बत्रा की भूमिका निभाई। यह फिल्म उनके अभिनय करियर का एक अहम मोड़ साबित हुई, और यह सवाल उठता है कि आखिर उन्हें इस प्रतिष्ठित भूमिका का हिस्सा कैसे मिला?
फिल्म के चयन का पहला कदम
‘शेरशाह’ में विक्रम बत्रा का किरदार निभाने के लिए सिद्धार्थ मल्होत्रा को किस प्रकार चुना गया, यह एक दिलचस्प कहानी है। फिल्म के निर्माता करण जौहर और निर्देशक विष्णु वर्धन ने फिल्म के लिए सिद्धार्थ को पहले से ही एक संभावित अभिनेता के रूप में देखा था। सिद्धार्थ और करण जौहर के बीच लंबे समय से एक करीबी दोस्ती रही थी, और यह बात सिद्धार्थ के पक्ष में काम आई।
सिद्धार्थ ने इस बारे में खुद भी खुलासा किया था कि जब वह करण जौहर के ऑफिस में थे, तो करण ने उन्हें इस फिल्म के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “मुझे करण ने बताया कि यह फिल्म एक सच्ची कहानी पर आधारित है, और मैं इसके लिए बिल्कुल सही विकल्प हूं। विक्रम बत्रा की भूमिका के लिए मैं ही सबसे उपयुक्त था।”
कास्टिंग प्रोसेस और तैयारियां
फिल्म के कास्टिंग प्रोसेस की बात करें तो, सिद्धार्थ मल्होत्रा के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण अनुभव था। फिल्म में एक सच्चे नायक की भूमिका निभाने के लिए उन्हें कई महीनों की तैयारी करनी पड़ी। उन्हें विक्रम बत्रा की शख्सियत को समझने के लिए उनके परिवार और दोस्तों से मिलकर उनका व्यक्तित्व जानने की कोशिश की। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि वह न सिर्फ बत्रा के शारीरिक लुक में, बल्कि उनके जज़्बे, हिम्मत और देशभक्ति को भी अपने अभिनय में ढाल सकें।
सिद्धार्थ ने विक्रम बत्रा के परिवार से भी मुलाकात की थी और उनकी मां, बहन से काफी बातें की थीं, ताकि वह उनकी भावनाओं और विचारों को समझ सकें। विक्रम बत्रा के बारे में जानने के बाद, सिद्धार्थ ने महसूस किया कि यह किरदार उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण और सम्मानजनक था।
विक्रम बत्रा के व्यक्तित्व का अध्ययन
‘शेरशाह’ में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने जिस तरह से विक्रम बत्रा के व्यक्तित्व को पर्दे पर उतारा, वह काबिले तारीफ था। विक्रम बत्रा का साहस, उनका प्यार देश के प्रति और अपने परिवार से, उनकी फिल्म के हर एक दृश्य में बखूबी झलका। सिद्धार्थ ने बत्रा की मुस्कान, उनके जोश, और उनके दृढ़ नायकत्व को सही तरीके से चित्रित किया।
उनकी पूरी कोशिश यह थी कि वह विक्रम बत्रा के असली व्यक्तित्व को सम्मानित करते हुए उसे पर्दे पर जिंदा कर सकें। इस कारण वह खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से फिल्म के लिए पूरी तरह से तैयार करने में जुटे रहे। इसके अलावा, उन्होंने बत्रा के जीवन के खास लम्हों और उनके शहादत के पल को सही तरीके से चित्रित करने की भी कोशिश की।
फिल्म का असर और सिद्धार्थ की सफलता
‘शेरशाह’ ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि सिद्धार्थ मल्होत्रा के अभिनय को भी दर्शकों और आलोचकों द्वारा सराहा गया। फिल्म में उनकी भूमिका को लेकर जो समीक्षाएं आईं, उनमें उन्हें एक सशक्त अभिनेता के रूप में देखा गया। यह फिल्म उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई, और उनके अभिनय को एक नई दिशा मिली।
सिद्धार्थ ने इस सफलता को अपनी मेहनत और dedication का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “यह फिल्म मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं थी। विक्रम बत्रा की भूमिका निभाना एक बड़ी जिम्मेदारी थी, और मुझे खुशी है कि मैंने यह भूमिका निभाने के बाद दर्शकों से इतना प्यार और सम्मान पाया।”
सिद्धार्थ मल्होत्रा के लिए ‘शेरशाह’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक यात्रा थी। यह फिल्म उनके अभिनय करियर का अहम हिस्सा बन गई, और विक्रम बत्रा के किरदार ने उन्हें एक सशक्त अभिनेता के रूप में स्थापित किया। सिद्धार्थ ने इस फिल्म के लिए जो मेहनत की और विक्रम बत्रा के व्यक्तित्व को पर्दे पर उतारा, उसने उन्हें एक नई पहचान दी। ‘शेरशाह’ ने सिद्धार्थ को बॉलीवुड में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया, और यह फिल्म हमेशा उनके करियर की एक मील का पत्थर रहेगी।