Funny Shayari: फनी शायरी हास्य और मज़ाक का अनूठा संगम है, जो दिलों को हंसाने का काम करती है। यह शब्दों की चुटीली मिठास है, जो जीवन की छोटी-छोटी बातों को मजेदार बना देती है। फनी शायरी में हंसी-ठहाके के साथ जीवन की सच्चाइयों को बहुत ही सटीकता से पेश किया जाता है। यह शायरी दिल को छूने वाली तो होती ही है, साथ ही साथ चेहरे पर हंसी भी लाती है। दोस्तों और परिवार के बीच हंसी का माहौल बनाने के लिए फनी शायरी एक बेहतरीन तरीका है, जो हर किसी के दिन को खास बना देती है।
1. एक मुर्गी दुकान पर गई और दुकानदार से बोली- एक अंडा देना
दुकानदार बोला- तुम खुद मुर्गी होकर अंडा खरीद रही हो?
मुर्गी- मेरा पति बोला है खरीद के ही ला,
चार रुपये के लिए फिगर मत ख़राब कर_!!!!
2. पति-पत्नी चोरी के बारे में बात कर रहे थे|
पति- जो चोरी करता है वह बाद में बहुत पछताता है
पत्नी(रोमांटिक अंदाज़ में)- और तुमने शादी से पहले जो मेरी नींद चुराई थी,
मेरा दिल चुराया था उनके बारे में क्या ख्याल है?
पति- कह तो रहा हु जो चोरी करता है बात में बहुत पछता है !!!!
3. गुरु जी- बच्चो को महाभारत पढ़ाते हुए…
कंस ने सुना कि देवकी का आठवाँ पुत्र उसे मार देगा तो
उसने देवकी और वासुदेव को जेल में डाल दिया
पहला बच्चा हुआ कंस ने मार दिया
दूसरा हुआ कंस ने मार दिया
तीसरा भी, चौथा भी…… आठवाँ
एक शिष्य- गुरूजी एक मिनट
गुरूजी- क्या बात है
शिष्य- अगर कंस को पता था की देवकी और वासुदेव का आठवां बच्चा उसे मार देगा
तो उसने दोनों को एक ही कोठारी में बंद क्यों किया?
4. “साड़ियो का रंग जायेगा,नही…
गया तो पुरे पैसे वापस”
यह बोर्ड पढ़कर कई महिलाओ ने साड़िया खरीदी,
घर जाने पर पता चला साड़ियो का रन तो बेहद कच्चा है
और जरासा पानी लगते ही उतरने लग गया है
गुस्से में तमतमाई महिलाये दुकानदार पर बरस पड़ी,
आपने हमसे धोका किया… हमारे पैसे वापस करो
दुकानदार ने महिलायों को बोर्ड ध्यान से फिर पढने को कहा…..
5. मेरा एक दोस्त सत्संग में गया और पिट कर वापस आया|
मैंने पूछा- अरे भाई! यह सब कैसे हुआ?
मेरा दोस्त- बिना कसुर के ही पिट दिया| महाराज प्रवचन कर रहे थे
की पति-पत्नी एक ही साईकिल के दो पहिये होते है|
मैंने खड़ा होकर पूछ लिया- अगर पड़ोसन को मिलाकर
रिक्शा बना ले तो कोई एतराज तो नही !!
6. बिवी का मायके से काल आया, रक्षाबंधन हो गया अब लेने आ जाओ
पति- अरे 15 अगस्त तक छुट्टी है 2-4 दिन और रह लो
पत्नी- होशियार मत बनो देश आजाद हुआ है तुम नही
7. दादा जी- गर्लफ्रेंड तो हमारे ज़माने में हुआ करती थी
जो घर से पराठा-आचार चुराकर लाती थी खुद भी खाती थी
और हमें भी खिलाती थी|
लेकिन आज कल की गर्लफ्रेंड
हमारा भी खा जाती है- भुक्कड़ कही की !!
8. तलाक के बाद जज ने भरण पोषण के लिए
आधी तनख्वाह देने का फैसला दिया, तो पति
लोट-पोट होकर हंसने लगा
जज- इसमे इतना खुश होने वाली क्या बात है
पति- पहले पूरी रखती थी|